भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में 28 सीटों को लेकर उपचुनाव (mp byelection) 3 नवंबर को होना है। इस उपचुनाव (byelection) में जनता फैसला करेगी कि वो प्रदेश में शिवराज सरकार को सियासी गद्दी पर बैठाएगी या कामलनाथ सरकार को दोबारा मौका देगी। जनता को लुभाने के लिए दोनों ही पार्टी अपना एड़ी-चोटी का दम लगा रही है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में होने वाले उपचुनाव (byelection) को एक नया मसला सामने आया है। इस मसले में भारत निर्वाचन आयोग(Election Commission of India) द्वारा दो साल पहले एक नियम लाया गया था, जिसमें साल 1995 से लेकर साल 2000 तक के बीच में बने 13 डिजिट वाले एमपी 30 सीरीज(MP-30 Series) के मतदाता परिचय पत्र( Voter ID Card) को खत्म कर दिया था। वहीं 13 डिजिट से 10 डिजिट वाले नए वोटर आईडी बनाकर मतदाताओं को दिए जाने थे।
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घर-घर सर्वे होने के बाद भी ऐसे वोटर्स(Voters) सामने नहीं आ सके। वहीं अब भोपाल जिले में ऐसे 15 हजार मतदाता सामने आए है जिनके पास एमपी-30 सीरीज के वोटर आईडी है। जिन वोटर्स के पास एमपी-30 सीरीज के वोटर आईडी कार्ड है वो इसे ना ही बदलवा रहे है, ना ही इसके बारे में बीएलओ (Booth level officer) को जनकारी दे रहे हैं।
वहीं इस पूरे मामले पर जिला निर्वाचन आयोग (District Election Commission) का कहना है कि वोटर पहले आपना नाम मतदाता सूची (voter list) में देख ले, अगर उनका नाम नहीं हो तो मतदाता (voters) अपने एमपी-30 सीरीज (MP-30 Series) वाले कार्ड को बदलवा ले या तो दूसरे नए कार्ड बनवा ले, नहीं तो उन्हें मतदान (Voting) करने में दिक्कत होगी। क्योंकि ऐसे मतदाता जिनके पास एमपी-30 सीरीज के वोटर आईडी कार्ड है उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए है।
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आगे बताया गया कि जिन मतदाताओं के पास एमपी-30 सीरीज के वोटर आईडी कार्ड है वो एक बार बीएलओ (BLO) को इसकी जनकारी जरूर दे, जिससे अधिकारी जांच कर के ये बता सकेगा की आपका नाम वोटर सूची(Voter list) में है या नहीं। यदि नहीं है तो तुरंत नया वोटर कार्ड बन वाले। वहीं अगर लिस्ट में आपका नाम है तो ये देख ले कि 10 डिजिट वाले किस नंबर पर है, इसके बारे में भी जरूर जानकारी ले, जिससे नया कार्ड कार्यालय से प्राप्त किया जा सके।
बता दें कि अप्रैल 2018 में और साल 2019 में भारत सरकार ने एमपी -30 सीरीज के बचे हुए 20 हजार से ज्यादा वोटर्स के वोटर कार्ड को बदलने के लिए अभियान चलाया था। भारत सरकार के दोनों ही अभियान फैल हो गए थे। अभियान के तहत बीएलओ घर-घर सर्वे करने तो गए पर किसी ने भी एमपी-30 सीरीज के वोटर कार्ड को ना ही चैक करवाया और ना ही उसके बारे में जानकारी दी। वहीं मतदाता अपना नाम चैक करवा के निकल गए। साल 2019 में भी वोटर रजिस्टर तक में एमपी-30 सीरीज वारे मतदाता का अलग से कॉलम बनाया गया, लेकिन बीएलओ द्वारा ना तो इस कॉलम को भराया गया ना ही जानकारी ली गई।
वहीं भोपाल के उप जिला निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि एमपी – 30 सीरीज के 13 डिजिट वाले वोटर आईडी कार्ड को बदलकर 10 डिजिट वाले कार्ड बना कर दिए जा रहे है। जिनके पास भी एमपी – 30 सीरीज वाले कार्ड है वो इस बदल सकते है।