बैतूल।
चुनाव से पहले भाजपा बागियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है।बालाघाट और मंदसौर के बाद बैतूल के बागियों पर कार्रवाई की गई है।पार्टी ने बग़ावत करने वाले बैतूल के तीन नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है।खबर है कि ये नेता टिकट ना मिलने के बाद से ही पार्टी विरोधी गतिविधियों कर रहे थे। यह कार्रवाई प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह द्वारा की गई है।
पार्टी ने मुलताई से चुनाव लड़ रहे जिला पंचायत सदस्य तुलसीदास पटेल, आमला विधानसभा के मनोज डहेरिया मंडल महामंत्री सारनी और बैतूल विधानसभा से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्व चुनाव लड़ रही महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लता राजू महस्की को प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। बताते चले कि लता बैतूल सीट से सपाक्स के टिकट पर और मनोज आमला सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि टिकट वितरण से पनपे असंतोष के कारण जिले की आमला, घोड़ाडोंग��ी, बैतूल और मुलताई विधानसभा सीट पर बागियों को मनाने के लिए भाजपा के आला नेताओं से लेकर स्थानीय संगठन ने खूब पसीना बहाया था। लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। जिले की सबसे चर्चित बैतूल विधानसभा सीट से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लता महस्की ने टिकट न मिलने के कारण सपाक्स में शामिल हो गई और पार्टी नेताओं द्वारा मनाने के बावजूद उन्होंने नाम वापसी के अंतिम समय तक अपना निर्णय नहीं बदला। बैतूल विधानसभा में सर्वाधिक मतदाताओं वाले कुंबी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली लता महस्की के सपाक्स से चुनाव लड़ने के कारण भाजपा को नुकसान से बचाने के लिए संगठन स्तर पर किए गए प्रयास कामयाब नहीं हो पाए। वही आमला विधानसभा सीट पर भी भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरे सारणी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनोज डहेरिया ने भी अपना नाम वापस लेने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद पार्टी ने ये कार्रवाई की है।