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Fri, Dec 5, 2025

झूठ बोलकर एफआईआर से नाम हटवाने के बदले प्रधान आरक्षक ने ली रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा

Written by:Atul Saxena
आरोपी प्रधान आरक्षक टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ थाने में पदस्थ है इसने एक आरोपी से ये कहकर 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी कि उस अपराध में उसके दो परिजनों के नाम है उसे मैं हटा दूंगा जबकि उसने ये झूठ बोला था ।
झूठ बोलकर एफआईआर से नाम हटवाने के बदले प्रधान आरक्षक ने ली रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा

Lokayukta Action:  मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति पर काम करने के निर्देश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दिए हैं, एजेंसियां शिकायत मिलते ही तत्काल एक्शन में आती है और फिर साक्ष्य मिलते ही जाल बिछाकर घूसखोर को पकड़ लेती है ऐसी ही एक कार्रवाई लोकायुक्त पुलिस सागर ने टीकमगढ़ में की है।

सागर लोकायुक्त पुलिस एसपी योगेश्वर शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक टीकमगढ़ जिले के ग्राम पपावानी में रहने वाले छत्रपाल सिंह लोधी नामक ग्रामीण ने एक शिकायती आवेदन कार्यालय में दिया था जिमें पुलिस के प्रधान आरक्षक पर रिश्वत मांगे जाने क यारोप लगाये गए थे।

FIR ने नाम शामिल होने का झूठ बोला, हटाने के लिए मांगी रिश्वत 

आवेदन में छत्रपाल सिंह लोधी ने बताया कि थाना बल्देवगढ़ में उसके विरुद्ध मारपीट का एक अपराध पंजीबद्ध है, यहाँ पदस्थ प्रधान आरक्षक बालचंद्र बेलदार  ने उससे संपर्क कर कहा कि उस अपराध में उसके दो अन्य परिजनों के भी नाम हैं जिन्हें वो हटा देगा और उसके बदले उसने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।

5000 रुपये रिश्वत में पहले ही ले लिए 

3 मई को आवेदक ने प्रधान आरक्षक बालचंद्र बेलदार को 5000 रुपये दे दिए लेकिन जब जानकारी हासिल की तो मालूम चला कि उस अपराध में केवल उसका ही नाम है दो अन्य परिजन का नाम ही नहीं है यानि प्रधान आरक्षक झूठ बोलकर रिश्वत मांग रहा है।

सबूत जुटा लोकायुक्त पुलिस ने बिछाया जाल 

शिकती आवेदन मिलने के बाद लोकायुक्त ने इसकी सत्यता की जाँच की और जब रिश्वत मांगने की बात का प्रमाण मिला तो फिर ट्रेप प्लान की गई, आज 6 मई को एक टीम आवेदक के साथ निर्धारित समय और निर्धारित स्थान पर पहुंची।

5000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा 

बल्देवगढ़ के बमोरी तिगैला पहुँचने पर आवेदक छत्रपाल सिंह लोधी ने प्रधान आरक्षक बालचंद्र बेलदार को रिश्वत की शेष राशि 5000 रुपये जैसे ही दी पहले से तैयार लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने उसे दबोच लिया और उसके पास से रिश्वत की राशि जब्त कर ली, पुलिस ने आरोपी प्रधान आरक्षक के खिलाफ भ्रश्ताकाह्र निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है।