नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।5/6th Pay Commission. सातवें वेतन आयोग के केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance, DA) में 3% बढ़ोतरी के बाद अब केंद्र सरकार ने 5वें और छठे वेतन आयोग के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की है। केन्द्र सरकार ने 5th Pay Commission के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 13 प्रतिशत और 6th Pay Commission के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
इस संबंध में वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के तहत केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वायत्त निकायों (Public sector undertakings) के 5वें वेतन आयोग और छठे वेतन आयोग के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 1 जनवरी 2022 से बढ़ोतरी की गई है।
सरकारी आदेश के मुताबिक 5वें वेतन आयोग के तहत केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वायत्त निकायों के कर्मचारियों का मौजूदा महंगाई भत्ता 368 फीसद से बढ़ाकर 381 फीसद किया गया है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2022 से लागू होगी। वहीं छठे वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों का महंगाई भत्ता मौजूदा 196 से बढ़ाकर 203 प्रतिशत किया जा रहा है।
इस आदेश के तहत केंद्र सरकार सहित नागरिक केंद्र सरकार के पेंशनभोगी/पारिवारिक पेंशनभोगी। पीएसयू/स्वायत्त निकायों में अवशोषित पेंशनभोगी और सशस्त्र बलों के पेंशनभोगियों, नागरिक पेंशनभोगियों को रक्षा सेवा से भुगतान किया गया। वही अखिल भारतीय सेवा पेंशनभोगी रेलवे पेंशनभोगी/पारिवारिक पेंशनभोगी को भी इसका लाभ मिलेगा।बता दें कि केंद्रीय स्वायत्त निकायों के कर्मचारियों को पांचवें वेतन आयोग और छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सैलरी दी जाती है।
बीते साल ही वित्त मंत्रालय द्वारा छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत वेतन पाने वाले केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वायत्तशासी निकायों (CAB) के कर्मचारयों का डीए बेसिक पे को 189 फीसदी से बढ़ा कर 196 फीसदी किया गया था। वही पांचवे वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत वेतन पाने वाले केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वायत्तशासी निकायों (CAB) के कर्मचारयों का डीए बेसिक पे को 356 फीसदी से बढ़ाकर 368 फीसदी किया गया था। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2021 से लागू हुई थी।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
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दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)