भारत के वो 7 राज्य, जहां बाहरी लोग नहीं खरीद सकते जमीन, जानें क्या है कारण!

यहां स्थानीय लोगों को कृषि, बिजनेस, प्रॉपर्टी आदि में केवल उन्हीं को विशेष अधिकार प्राप्त है। यह स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन जरिया भी है।

Sanjucta Pandit
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Which States of India You Cannot Buy Land : भारत विविधताओं का देश है। यहां सभी राज्य और शहरों के अलग-अलग महत्व है। कोई शिक्षा के क्षेत्र में प्रसिद्ध है, तो कोई धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। कहीं कारखाने लोगों के आजीवन का कारक है, तो कहीं समुद्री तट लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। भारत की बहुत सारी धरोहरों को यूनेस्को की लिस्ट में शामिल किया गया है। यहां देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। जिस कारण देश को आर्थिक मजबूती भी मिलती है।

सालों भर लोग भारत के टॉप विजेटेड इलाके में पहुंचते हैं। इसलिए स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा उस स्थान को विकसित करने के लिए तमाम तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, ताकि टूरिस्टों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो।

घर बनाने का सपना (States of India You Cannot Buy Land)

भारत में कुछ जगह ऐसी भी होती है, जहां जाकर लोगों को ऐसा लगता है कि वह अपने सपनों का घर उस स्थान पर बनाना चाहते हैं, क्योंकि यह हर किसी का सपना होता है कि वह खुद का घर बनाए। जिसके लिए वह सबसे अधिक मेहनत करता है। पाई पाई जोड़ने के बाद वह खुद के लिए घर बना पाता है, ताकि वह सुकून से अपना जीवन बिता सके, लेकिन सरकार द्वारा कुछ ऐसे भी नियम बनाए गए हैं, जिसके अनुसार कुछ ऐसे राज्य हैं, जहां स्थानीय निवासियों के अलावा वहां जमीन खरीद कर कोई घर नहीं बन सकता।

नहीं खरीद सकते जमीन

जी हां! अक्सर अपने लोगों से ऐसा सुना होगा कि उन्हें हिल स्टेशन या समुद्र के पास के इलाके में अपना घर बनाना है, लेकिन ऐसी बहुत सी जगह है, जहां पर जमीन खरीदने की अनुमति नहीं होती है।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम हिमाचल प्रदेश का है, यहां की खूबसूरती लोगों को काफी ज्यादा पसंद आती है। यहां जाने पर लोगों को सुकून मिलता है। पहाड़ की वीडियो में गिराया हिल स्टेशन विदेशी पर्यटकों को भी खूब पसंद आता है। कुछ लोग यहां जमीन भी खरीदने का सपना देखते हैं, लेकिन बाहरी आदमियों को यहां पर जमीन खरीदने की अनुमति नहीं मिलती है। साल 1972 के भूमि कानून की धारा 118 प्रभाव के तहत कोई भी गैर कृषक या फिर हिमाचल प्रदेश के बाहरी निवासी खेती वाली जमीन नहीं खरीद सकता है। यहां किसी बाहरी आदमी को बसने का अधिकार नहीं है।

नागालैंड (Nagaland)

अब इस लिस्ट में नागालैंड का नाम शामिल है। यहां पहाड़ों की वादियां और स्थानीय परंपरा लोगों को काफी भांति है। लोग यहां खुद की जमीन लेकर बिजनेस या घर बनाना चाहते हैं, लेकिन साल 1963 में राज्य के निर्माण होने के बाद यहां आर्टिकल 371 ए का प्रावधान मिला, जो एक विशेष अधिकार है। जिसके तहत, यहां बाहरी लोगों को जमीन खरीदने की अनुमति नहीं होती है। इसीलिए यहां एक भी गैर नागालैंड के निवासी नहीं मिलेंगे।

सिक्किम (Sikkim)

इसके बाद, सिक्किम इस लिस्ट में शामिल है। यहां पर आप प्रॉपर्टी नहीं खरीद सकते हैं। सिक्किम भारत का फेमस टूरिस्ट प्लेस है, जहां बौद्धिष्ट पर्यटक भी काफी ज्यादा घूमने फिरने आते हैं, लेकिन यहां पर केवल स्थानीय निवासी ही जमीन ले सकते हैं। बाहरी इंसान का यह सपना अधूरा ही रहता है, क्योंकि भारत के संविधान का अनुच्छेद 371 ए फ के अनुसार सिक्किम को विशेष प्रावधान मिला हुआ है। जिसके अनुसार, कोई भी बाहरी व्यक्ति जमीन नहीं खरीद सकता।

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)

इस लिस्ट में अरुणाचल प्रदेश का नाम भी शामिल है, जो फेमस टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है। यहां सबसे पहले सूर्य देव की किरणें धरती पर पड़ती है। यहां जमीन खरीदने की किसी भी बाहरी इंसान को अनुमति प्राप्त नहीं है। यहां किसी बाहरी आदमी को बसने का अधिकार नहीं है।

मिजोरम, मेघालय, मणिपुर (Mizoram, Meghalaya, Manipur)

इसके अलावा, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर भी इस लिस्ट में शामिल है, जहां प्रॉपर्टी खरीदने कि किसी बाहरी इंसान को कोई अनुमति प्रदान नहीं है। यहां विशेष अधिकार के तहत बहुत सारे नियम कानून बनाए गए हैं।

स्थानीय लोगों को बढ़ावा

ऐसे में यह बात साफ है कि पहाड़ी क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों के अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति जमीन की खरीद या बिक्री नहीं कर सकता है। ना ही कोई बिजनेस कर सकता है। यहां स्थानीय लोगों को कृषि, बिजनेस, प्रॉपर्टी आदि में केवल उन्हीं को विशेष अधिकार प्राप्त है। यह स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन जरिया भी है।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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