नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।7th Pay Commission. केंद्रीय कर्मचारियों ( Central Government employees) को जल्द गुड न्यूज मिल सकती है। ताजा मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोदी सरकार (Modi Government) 31 मार्च से पहले फिटमेंट फैक्टर बढ़ा सकती है। मार्च अंत तक फिटमेंट फैक्टर बढ़ा तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में 50 हजार तक इजाफा हो सकता है। फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 26000 तक हो जाएगी।इससे करीब 52 लाख कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। हालांकि सरकार की तरफ से कोई पुष्टी या अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
दरअसल, लंबे समय से केन्द्रीय कर्मचारियों द्वारा फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़ाकर 3.68 करने की मांग की जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर को 3.68 गुना किया जाए, ताकी सरकारी कर्मचारियों (Government Employees Salary Hike) का न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो सके।वही अधिकतम सैलरी वाले कर्मचारियों को और ज्यादा इजाफा होगा। अगर मोदी सरकार कर्मचारियों की मांग मान लेती है तो उनकी बेसिक सैलरी में सीधे सीधे करीब 8,000 रुपये की बढ़ोतरी होगी।आखरी बार फिटमेंट फैक्टर 6 साल पहले 2016 में बढ़ा था और बेसिक सैलरी 6000 से बढ़कर 18000 रुपए हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोदी सरकार जल्द कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर मे वृद्धि कर सकती है। आपको बताते चले कि कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को 7th Pay Commission के फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना से गुणा करके निकाला जाता है। अगर फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 3.68 hike) को 2.57 गुना से बढ़ाकर 3.68 गुना होता है तो बेसिक सैलरी 18000 से सीधे 26000 हो जाएगी। जून 2017 में 34 संशोधनों के साथ सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी के बाद एंट्री लेवल बेसिक पे 7,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 18,000 रुपये किया गया, जबकि उच्चतम स्तर यानी सचिव को 90,000 रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किया गया था। क्लास 1 के अधिकारियों के लिए शुरुआती वेतन 56,100 रुपये था।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)