पटना, डेस्क रिपोर्ट। बिहार के कर्मचारियों और पेंशनरों को 7th Pay Commission के तहत महंगाई भत्ते और राहत की सौगात मिल गई है और अब जल्द ही 3.57 लाख शिक्षकों को 15 फीसदी वेतन मिलने का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है।संभावना जताई जा रही है कि वित्त विभाग से मंजूरी मिलते ही नए साल 2021 से पहले शिक्षकों (Teachers) के वेतन वृद्धि पर फैसला हो सकता है। वही वेतन के साथ एरियर (arrears)का भी तोहफा दिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3.57 लाख पंचायत व नगर निकाय शिक्षकों के वेतन में 15 प्रतिशत की दर से 3000 से 4650 रुपए तक प्रति माह वेतन वृद्धि होना है। वेतन वृद्धि का लाभ शिक्षकों को 1 अप्रैल 2021 यानी विभिन्न स्तर के शिक्षकों को लगभग 27000 से 35650 रुपए प्रति माह वेतन भुगतान किया जाएगा।
वही इन शिक्षकों को EPF का लाभ 1 सितंबर 2020 से मिलेगा, जिसके तहत 15 हजार रुपए पर सरकार 13 प्रतिशत EPF में अंशदान देगी। यानी सरकार ईपीएफ मद में 1950 रुपए प्रति माह जमा कराएगी। प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्कूल के शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्ष को वेतन और ईपीएफ का लाभ मिलेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) ने वित्त विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है और अब सिर्फ सीएम नीतिश कुमार (Bihar Nitish Kumar Governmet) की मंजूरी के बाद वित्त विभाग हरी झंड़ी देगा। बताया जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में ही शिक्षकों और लाइब्रेरियन्स को बढ़ा हुआ वेतन पिछले एरियर के साथ मिलेगा। हालांकि यह आश्वासन दिया जा रहा है कि अप्रैल से एरियर जोड़कर सारा भुगतान शिक्षकों को किया जाएगा।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार का कहना है कि एक अप्रैल 2021 ही पंचायत और नगर निकायों के माध्यम से बहाल शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों को 15 प्रतिशत वेेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। वित्त विभाग (Bihar Finance Department) को इस पर गाइडलाइन के लिए फाइल भेजी गई है। वित्त विभाग से फाइल लौटने के बाद वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा।