7th Pay Commission, Employees Fitment Factor : कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। दरअसल इस साल उनके वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जाएगी। दरअसल केंद्रीय कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। कर्मचारी द्वारा लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही है।
फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68% करने की मांग
केंद्रीय कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर की बात करें तो वर्तमान में यह 2.57 है। इसी के आधार पर कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया जाता है। साथ ही उनके वेतन की गणना भी की जाती है। छठे वेतन आयोग के तहत DA दिए जा रहे हैं। सातवें वेतन आयोग के तहत इसे बढ़ाने की मांग की जा रही है। फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68% करने की मांग की जा रही है।
बढ़ेगी बेसिक सैलरी
वहीं दूसरी तरफ सरकार की राय है कि फिटमेंट फैक्टर को 3% की दर से बढ़ाया जा सकता है। यदि कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी की जाती है तो 15500 के मूल वेतन बढ़ कर 39835 रूपए हो सकते हैं। दरअसल 15500*2.57 = 39,835 रुपए है। इसके साथ ही उनके डीए में भी बढ़ोतरी होगी। वही किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रूपए है तो इसे बढ़ाकर 26000 रूपए किया जा सकता है। उनके न्यूनतम वेतन में 8000 रूपए तक का इजाफा देखा जा सकता है।
संभावना जताई जा रही है कि सातवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 3.6% किया जा सकता है। 2023 में इस पर फैसला लिया जाएगा और इसे 2020 से लागू किए जाने की भी तैयारी की जा सकती है। हालांकि फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया गया था। वहीं इसी साल सातवें वेतन आयोग को भी लागू किया गया था।
इतनी होगी गणना
वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक अगर मोदी सरकार द्वारा फिटमेंट फैक्टर की दरों को संशोधित किया जाता है। बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 21000 और 26000 हो सकती है। यदि तीन फीसद की दर से कर्मचारियों के DA को बढ़ाया जाता है तो बेसिक सैलरी 21000 रूपए होगी जबकि 3.57 फीसद की दर से बढ़ाने पर फिटमेंट फैक्टर 26 हजार हो सकते हैं। 3.68 होने पर मूल वेतन 26000 होने पर 95680 रुपए होंगे। यानी वेतन में उन्हें 49420 रुपए का लाभ मिलेगा। वहीं 3 गुना की वृद्धि पर उनकी सैलरी 21000*3 =63000 रुपए आंकी जाएगी।