कर्मचारियों को मिलेगी एक और सौगात! फिर डीए में 4% वृद्धि संभव, सैलरी में आएगा बंपर उछाल, जानें अपडेट

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।  केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों-पेंशनरों (Central Government employees) के लिए खुशखबरी है। अगस्त के बाद अब सितंबर AICPI इंडेक्स के आंकड़ों में वृद्धि होने के बाद 2023 में एक बार फिर  4 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ने के संकेत है। जनवरी में डीए 38 प्रतिशत से बढ़कर 42 प्रतिशत तक पहुंच सकता है, वही पेंशनरों की महंगाई राहत भी बढ़कर 42 प्रतिशत हो जाएगी। इससे सैलरी में 27312 रुपए का इजाफा होगा।

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दरअसल, लेबर म‍िन‍िस्‍ट्री की तरफ से सितंबर AICPI इंडेक्स के आंकड़े जारी कर द‍िये गए हैं, जुलाई-अगस्‍त के मुकाबले आंकड़ों में 1.1 अंक की वृद्धि हुई हैं, सितंबर में यह आंकड़ा 130.2 से बढ़कर 131.3 पर पहुंच गया है, ऐसे में जनवरी 2023 में एक बार फिर करीब डीए में 4% तक की वृद्धि होना तय माना जा रहा है। इसका लाभ 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनधारकों को मिलेगा।

वर्तमान में केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 38% है। जुलाई 2022 से कर्मचारियों को 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। 2023 में अगर 4 फीसदी फिर डीए बढता है तो यह 42 फीसदी हो जाएगा। इससे न्यूनतम बेसिक सैलरी पर कुल 720 रुपए प्रति महीने और अधिकतम सैलरी में 2276 रुपए प्रति महीना बढ़ने के आसार है।इस बढ़ोतरी से 18000 सैलरी पाने वाले कर्मचारियों की सैलरी में करीब 8600 और 56000 वालों के 27000 तक बढ़ेगी।

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बता दे कि केंद्र सरकार की ओर से साल में दो बार केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। प्रत्‍येक छह महीने में महंगाई भत्‍ते में वृद्धि होती है और कितनी बढ़ोतरी होगी, यह AICPI इंडेक्स के आंकड़ों पर न‍िर्भर करता है। जनवरी और जुलाई 2022 के महंगाई भत्‍ते का ऐलान क‍िया जा चुका है, अब जनवरी 2023 में महंगाई भत्‍ते बढ़ेगा। इसकी घोषणा मार्च 2023 तक होगी। इसका कैलकुलेशन बेसिक पे (Basic Pay) को आधार मानकर प्रतिशत में होगा। संभावना जताई जा रही है कि जनवरी में डीए बढ़कर 38 फीसदी से बढ़कर 42 प्रत‍िशत तक पहुंच सकता है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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