नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) ने इस्तीफा दे दिया है। हिंदू देवी-देवताओं पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में उनका जमकर विरोध किया गया था। वह समाज कल्याण मंत्री का पद संभाल रहे थे। इस्तीफा सौंपते हुए उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से पार्टी पर किसी भी तरह की परेशानी आए। फिलहाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। वह कल गुजरात से लौटने के बाद इसका फैसला करेंगे।
राजेंद्र पाल गौतम ने अपना इस्तीफा सौंपते हुए कहा है कि मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से पार्टी को कोई भी परेशानी हो इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान हिंदू देवी-देवताओं को नहीं पूजने की बात कही थी, जिसके चलते वह निशाने पर आ गए थे।
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राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि हिंदू और राम द्रोही राजेंद्र पाल ने इस्तीफा दे दिया है। केजरीवाल को गुजरात की जनता ने अच्छा सबक सिखाया। इसी की वजह से राजेंद्र पाल गौतम को हटाया गया है। यह गुजरात सहित हिंदुओं की जीत है। बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद जब राजेंद्र पाल गौतम पर तमाम तरह के आरोप लगाए जा रहे थे। तब अपनी सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि जो लोग इंसानियत के दुश्मन हैं और धर्म की राजनीति करते हैं। भारत को छुआछूत से मुक्त नहीं करना चाहते असलियत में वही देशद्रोही है। बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह इस तरह का मुद्दा बना रहे हैं।
हिंदू द्रोही , राम द्रोही राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफ़ा
कल केजरीवाल को गुजरात की जनता ने ऐसा सबक़ सिखाया कि राजेंद्र पाल गौतम को हटाना पड़ा
ये गुजरात की जीत है
ये हिंदुओं की जीत हैकेजरीवाल और उनकी हिंदू विरोधी सोच की हार है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) October 9, 2022
बता दें कि 5 अक्टूबर को राजेंद्र पाल गौतम बौद्ध धर्म के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में मौजूद लोग यह शपथ ले रहे थे कि वह हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानेंगे और ना ही उनकी पूजा करेंगे। विजयादशमी के अवसर पर करोल बाग के अंबेडकर भवन में राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में यह कार्यक्रम हुआ था। राजेंद्र पाल गौतम के द्वारा इस तरह की शपथ लेने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित पूरी पार्टी उनसे नाराज चल रही थी। क्योंकि गुजरात में चल रही चुनावी सरगर्मियों के बीच उन्होंने बीजेपी को एक मुद्दा दे दिया है।