Sat, Dec 27, 2025

देश में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, इन शहरों का AQI 300 पार

Written by:Amit Sengar
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राजस्थान का भिवाड़ी 610 एक्यूआई के साथ सबसे खतरनाक हाल में था। वहीं दिल्ली भी गैस चेंबर बन गई है, यहां सोमवार को बुराड़ी क्रासिंग 357, मुंडका 349, सोनिया विहार 344, आनंद विहार 336, जहांगीरपुरी 332, एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
देश में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, इन शहरों का AQI 300 पार

Air Pollution : दीपावली से चार दिन पहले ही देशभर में प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। एक्यूआई के मुताबिक, देश के 11 शहरों का एक्यूआई लेवल 300 के पार रिकॉर्ड किया गया। इनमें भिवाड़ी, दिल्ली, नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद, जयपुर, बुलंदशहर, अमृतसर, अलवर, भिवाड़ी, आगरा और मुंबई आदि शामिल हैं। राजस्थान का भिवाड़ी 610 एक्यूआई के साथ सबसे खतरनाक हाल में था। वहीं दिल्ली भी गैस चेंबर बन गई है, यहां सोमवार को बुराड़ी क्रासिंग 357, मुंडका 349, सोनिया विहार 344, आनंद विहार 336, जहांगीरपुरी 332, एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। आगरा में भी प्रदूषण और धुंध के चलते ताजमहल धुंधला नजर आया। वहीं मुंबई के मरीन ड्राइव में भी सुबह स्मॉग की लेयर देखी गई।

1 जनवरी 2025 तक दिल्ली में पटाखों पर बैन

इधर, दिवाली से पहले दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है।जिसे नियंत्रण में रखने के लिए डीपीसीसी (दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति) ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों को बैन कर दिया है। सरकार के आदेश के अनुसार, पटाखे बनाने, उन्हें भंडार करने, बेचने और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। इतना ही नहीं पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी भी बैन रहेगी। इसमें ग्रीन पटाखे भी शामिल रहेंगे। इस प्रतिबंध को सख्ती से लागू कराने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को सौंपी दी गई है। दिल्ली पुलिस प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट डीपीसीसी को सौंपेगी।

राजधानी दिल्ली में ग्रुप-1 लागू

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 पार होने के बाद दिल्ली एनसीआर में ग्रैप-1 लागू कर दिया गया था। इसके तहत होटल व रेस्तरां में कोयला और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। कमीशन ऑफ एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने एजेंसियों को पुराने पेट्रोल और डीजल गाडियों (बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल) के संचालन पर सख्त निगरानी के आदेश दिए हैं। आयोग ने एजेंसियों से सडक बनाने, रेनोवेशन प्रोजेक्ट और मेन्टेनेन्स एक्टिविटीज में एंटी- स्मॉग गन, पानी का छिड़काव और डस्ट रिपीलेंट तकनीकों के उपयोग को बढ़ाने के लिए भी कहा है।