गुरुवार, 27 जनवरी को लोकसभा में इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025 पास किया गया। बिल पर काफी चर्चाएं हुईं, जिनका केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जोरदार जवाब दिया। उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि जिन लोगों के इरादे गलत हैं, उन्हें देश में नहीं घुसने देंगे
उन्होंने कहा कि जो लोग भारत की तरक्की में अपना योगदान देंगे और शिक्षा व व्यापार के लिए आते हैं, उन सभी लोगों का भारत में स्वागत है। लेकिन जो भी रोहिंग्या हो या बांग्लादेशी अगर यहां अशांति फैलाने के लिए आते हैं, तो ऐसे लोगों से कठोरता के साथ निपटा जाएगा। अगर कोई भारत को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता के साथ आता है, तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।

11 मार्च को पेश किया गया था यह बिल।
11 मार्च को इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल लोकसभा में पेश किया गया था, जिस पर 30 सांसदों ने अपनी-अपनी विचारधारा रखी थी। इस इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025 के तहत, किसी भी विदेशी नागरिक को बिना वैध पासपोर्ट और दस्तावेज के भारत आने पर ₹5,00,000 जुर्माना और 5 साल की जेल होगी।
अगर कोई गलत या फर्जी दस्तावेज दिखाता है, तो उसे ₹3,00,000 का जुर्माना लगेगा और 3 साल तक की जेल भी हो सकती है।
और अगर यह मामला देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक पाया गया, तो पकड़े गए व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा हो सकती है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति फर्जी पासपोर्ट या फर्जी यात्रा के दस्तावेज के साथ भारत में प्रवेश कर लेता है, तो उसे तुरंत हिरासत में लिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हममें हिम्मत है नियम बनाकर रोकने की।
शाह ने कहा कि हमारी सीमा पर कुछ संवेदनशील स्थान हैं, जिन्हें हम दुनिया भर के लिए खुला नहीं छोड़ सकते। पहले भी कई बार घुसपैठियों को रोका जाता था, लेकिन तब इसका कोई ठोस नियम नहीं था। हममें हिम्मत है कि इस नियम को बनाकर घुसपैठ रोकने की, और पूरी व्यवस्था को वैज्ञानिक तरीके से एक कानून में बांधने का काम किया गया है।