Atiq -Ashraf murder case : अतीक – अशरफ हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस तीनों शार्प शूटर्स से राज उगलवाने में लगी है उधर ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है, एडवोकेट विशाल तिवारी ने इस मामले में स्वतंत्र समिति गठित कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है जिसपर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
अतीक – अशरफ हत्याकांड के बाद हमलावर है विपक्ष
पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की जिस तरफ हत्या हुई उसने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए, हालाँकि योगी सरकार ने इस हत्याकांड को बहुत गंभीरता से लिया है और पुलिस को इसके पीछे की साजिश को उजागर करने के सख्त निर्देश दिए हैं लेकिन इस तरह एक माफिया की खुलेआम हत्या के बाद से विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला, निष्पक्ष समिति से जांच की मांग
इस बीच एडवोकेट विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की जिसमें अतीक- अशरफ हत्याकांड की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाली स्वतंत्र कमेटी से कराने की मांग की गई है, इसके अलावा पूर्व आईपीएस अनुराग ठाकुर ने भी एक लेटर पिटीशन दाखिल की है, दोनों ही याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
पूर्व आईपीएस ने भी दायर की लेटर पिटीशन
एडवोकेट विशाल तिवारी ने अपनी याचिका में अतीक – अशरफ हत्याकांड की निष्पक्ष जाँच एक स्वतंत्र कमेटी से कराने की मांग करते हुए योगी सरकार के 183 एनकाउन्टर पर भी सवाल उठाये हैं उधर पूर्व आईपीएस अनुराग ठाकुर ने अपनी लेटर पिटीशन में अतीक और अशरफ हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। अपनी लेटर पिटीशन में ठाकुर ने कहा कि भले ही अतीक- अशरफ अपराधी हों लेकिन जिस तरह से हत्या हुई उससे इसके राज्य पोषित होने की पर्याप्त सम्भावना दिखती है।