Global Expo-2024: मध्यप्रदेश के लिए एक गौरव की बात है। दरअसल वस्त्र मंत्रालय के आयोजन के तहत, भारत टेक्स ग्लोबल एक्सपो-2024 में मध्यप्रदेश के शिल्पकला के नए चेहरे, मोहम्मद बिलाल खत्री और काज़िम खत्री, अपने उद्दाम कलात्मक बाग प्रिंट कला का प्रदर्शन करेंगे। यह कला न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महक रही है। वहीं अब इस एक्सपो में भी इनसे अभूतपूर्व प्रदर्शन की आशा जताई जा रही है।
आधुनिकता में परंपरागत कला:
दरअसल यह शिल्पकार मध्यप्रदेश के धार जिले के छोटे से कस्बे बाग की परम्परागत बाग प्रिंट हस्तशिल्प कला का प्रत्यक्ष प्रदर्शन करने वाले है। इस एक्सपो में मोहम्मद बिलाल खत्री और काज़िम खत्री ने आधुनिकता में परंपरागत बाग प्रिंट हस्तशिल्प की शानदार उदाहरण प्रस्तुत करने का मन बनाया है। दरअसल उनका नया प्रयोग विभिन्न वस्त्रों पर बाग प्रिंट कला को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा, जिससे इस कला को एक नया दर्जा मिलेगा। इसके साथ ही बाग प्रिंट की बारीकियों से देश दुनिया से आये मेहमानों को मध्यप्रदेश की बाग प्रिंट हस्तकला से रूबरू होना का मौका मिलेगा।
मध्यप्रदेश के लिए गौरव की बात :
वहीं इसको लेकर बिलाल का कहना है कि ‘दुनिया के सबसे बड़े एक्स्पो में जाना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इससे बाग प्रिंट ठप्पा छपाई का प्रमोशन होगा। देश दुनिया में बड़ा मार्केट तैयार होगा। प्रधानमंत्री मोदी भारत की परंपरागत कलाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिये सदैव प्रयासरत रहते हैं। इस बड़े मंच में हमें अवसर दिया गया, हम प्रधानमंत्री मोदी के शुक्रगुजार हैं।’ दरअसल मध्यप्रदेश के युवा शिल्पकला के मास्टर्स, मोहम्मद बिलाल खत्री और काज़िम खत्री, ने बाग प्रिंट हस्तशिल्प कला को विश्व में पहचान का साकारात्मक कदम उठाया है। इस एक्सपो में उनकी प्रदर्शनी से मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ेगा और विश्वभर में बाग प्रिंट हस्तशिल्प कला को एक नया पहचान मिलेगा।
50 देशों के लोग सम्मिलित होंगे:
दरअसल भारत टेक्स ग्लोबल एक्सपो-2024 का उद्देश्य है भारत को वस्त्र और फैब्रिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनाया जाए। यह कार्यक्रम स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रमोट करने के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के कलाकारों, शिल्पकलाओं, और उद्यमियों को सशक्त करने का माध्यम बनेगा। जानकारी के अनुसार इसमें 50 देशों से अधिक और 40 हजार से अधिक स्वदेशी ग्राहकों की भागीदारी की जाने की आशा है, जो भारत के 28 राज्यों से भाग लेंगे।
बाग प्रिंट को अंतर्राष्ट्रीय पहचान:
दरअसल मध्यप्रदेश में बाग प्रिंट सदियों पुरानी एक परंपरा का अटूट हिस्सा रहा है। इसका इतिहास 1000 साल पुराना है। जानकारी के अनुसार बाग प्रिंट धार के एक छोटे से कस्बे बाग पर आधारित है। बाग के युवा मास्टर क्राफ्ट्समेन मोहम्मद बिलाल खत्री ने बाग प्रिंट हस्तकला को नई पहचान दी। मोहम्मद बिलाल खत्री ने बताया कि बाग प्रिंट हस्तशिल्प को नए रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प लिया गया है। उनका कला के प्रति समर्पण और नए प्रयोगों का साहस आपके वस्त्र को अद्वितीयता और स्वभावशालीता मिलेगी। उनकी प्रदर्शनी से बाग प्रिंट हस्तशिल्प कला में नए दिशाएँ मिलेंगी, जो उदाहरणीय हो सकती हैं। बता दें की इस हस्तशिल्प कला के लिए बिलाल को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
सरकार का मिला योगदान:
बाग प्रिंट कला को संरक्षण और संवर्धन में सहारा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने कई उपायों को अपनाया है। मोहम्मद बिलाल खत्री के पिता, शिल्प गुरु मोहम्मद युसूफ खत्री ने भी बाग प्रिंट हस्तशिल्प कला की संरक्षण और प्रमोशन के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया है। सरकार ने शिल्पियों को विदेशी प्रदर्शन और विपणन के लिए संगठित किया है, जिससे उन्हें विश्वभर में अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर मिला है।
इसी को लेकर मोहम्मद बिलाल खत्री ने बताया कि उन्होंने बाग प्रिंट हस्तशिल्प में नए अभियांत्रिक दृष्टिकोण से कार्य किया है। उन्होंने रूस्त, चाइना, हॉलैंड, स्पेन, अमेरिका, सूडान, श्रीलंका, सिंगापुर, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, पेरिस, बेल्जियम, चीन, दुबाई, ब्राजील, बहरीन जैसे कई देशों में बाग प्रिंट कला को प्रस्तुत किया है, जिससे इस कला को विश्वभर में पहचान मिली है।