जयपुर, डेस्क रिपोर्ट।REET. राजस्थान के सरकारी स्कूलों (Rajasthan Government Jobs 2022) में शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) में शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ा बदलाव किया गया है। इसके तहत रीट सर्टिफिकेट की वैधता को आजीवन कर दिया गया है, हालांकि रीट (REET) के बावजूद भी भर्ती से पहले प्रतियोगी परीक्षा देना जरूरी होगा। वही इस परीक्षा में मिले अंक के आधार पर ही प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
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शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक अध्यापक पद की सीधी भर्ती की प्रक्रिया और पद्धति निर्धारण के लिए राजस्थान पंचायती राज नियम 1996 को संशोधित करने का निर्णय किया है। मंत्रिमंडल के इस निर्णय से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के पद पर चयन प्राधिकृत अभिकरण द्वारा प्रतियोगी परीक्षा आयोजित कर प्राप्तांकों की मेरिट के आधार पर किया जाएगा। अब तक यह चयन रीट के प्राप्तांकों के आधार पर किया जाता था, इस निर्णय से राज्य सरकार (State Government) द्वारा निर्धारित एजेंसी से प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर के अधिक योग्य अध्यापकों का चयन पूर्ण पारदर्शिता से हो सकेगा।
बता दे कि राजस्थान में पहली बार 2011-12 को आरटेट परीक्षा का आयोजन किया गया था,इसके सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल रखी गई थी। इसके बाद साल 2015 में बीजेपी सरकार ने नियमों में संशोधन किया और आरटेट के स्थान पर रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा का 2015 में आयोजन करवाया गया और सर्टिफिकेट की वैधता 3 साल रखी थी।इसके तहत अंकों के आधार पर ही चयन प्रक्रिया का प्रावधान था। 2015 से लेकर 2021 के बीच में 3 बार रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन हुआ है और अब सर्टिफिकेट की वैधता को आजीवन कर दिया गया है।
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इसके साथ ही पात्रता परीक्षा के बाद अध्यापक भर्ती परीक्षा का भी प्रावधान रखा गया है।खास बात ये है कि REET पेपर लीक विवाद के बाद ही शिक्षक भर्ती पैटर्न बदलने की घोषणा की गई थी। अब कैबिनेट ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बदलने के लिए नियमों में संशोधन की मंजूरी दे दी है।भविष्य में होने वाली 30 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती नए प्रावधान से ही होगी।इसका लाभ हजारों शिक्षकों को होगा।