कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए खुशखबरी, वेतन में 17 फीसदी वृद्धि, 50 हजार तक बढ़ेगी सैलरी, छुट्टियों में कई बदलाव, जल्द मिलेगा लाभ

लंबे इंतजार के बाद बैंक कर्मचारियों के वेतन में भारी बढ़ोतरी के साथ हफ्ते में पांच दिन बैंकिंग समेत कई दूसरी मांगों को स्वीकार कर लिया गया है। इंडिया बैंक एसोसिएशन और ऑल इंडिया बैंक एसोसिएशन ने समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जल्द ही इस प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा जाएगा, जिस पर छह महीने के अंदर फैसला ले लिया जाएगा।

Pooja Khodani
Published on -
hp news

Bank Employees 5 Day Working/ Salary Hike : देशभर के लाखों सरकारी बैंक कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही बैंक कर्मचारियों को हफ्ते में 2 दिन की छुट्टी और वेतन में 17% वृद्धि का लाभ मिलेगा, क्योंकि इंडियन बैंक एसोसिएशन व बैंक यूनियन के बीच वेतन में सालाना 17 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी पर सहमति बन गई है और समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हो गए है ।वेतन वृद्धि समेत अन्य सुविधाएं तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। इनका लाभ एक नवंबर 2022 से मिलेगा।लेकिन कामकाज के घंटों में संशोधन का प्रस्ताव सरकार की अधिसूचना के बाद प्रभावी होगा।

लंबे समय से अटका था मामला, अब बनी सहमति

  1. दरअसल, बीते साल इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) ने सरकारी कर्मचारियों के लिए 15 से 20% तक वेतन वृद्धि का प्रस्ताव रखा था। चुंकी पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSBs) और आईबीए के बीच मौजूदा वेतन समझौता 1 नवंबर, 2022 को खत्म हो चुका है । साल 2023 में भारतीय बैंक संघ और बैंक कर्मचारी यूनियनों के बीच जो समझौता ज्ञापन (MOU) हुआ है उसके मुताबिक सालाना बढ़त के साथ 5 साल की अवधि में कर्मचारियों की सैलरी 17% वृद्धि होनी चाहिए।
  2. इसके बाद से ही बैंकिंग संगठन की लंबे समय से अवकाश और वेतन वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर आईबीए के साथ वार्ता चल रही थी लेकिन अंतिम सहमति नहीं बन पाई थी। अब बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मांगों को आईबीए ने स्वीकार कर लिया और समझौता पत्र पर दस्तखत कर दिए।

वेतन में 17 फीसदी वृद्धि, 1 नवंबर 2022 से मिलेगा लाभ

  • समझौते के बाद बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों का वेतन 17 फीसदी बढ़ गया है। उन्हें कुल 12949 करोड़ रुपये वेतन के रूप में ज्यादा मिलेंगे। इससे क्लर्क का वेतन 7 हजार से 30 हजार रुपये और अधिकारी का 13 हजार से 50 हजार रुपये तक का इंक्रीमेंट मिलेगा। इसका लाभ देशभर के  9 लाख और उत्तर प्रदेश के एक लाख अधिकारियों व कर्मचारियों को होगा।वेतन वृद्धि के लिए फॉर्मूला DA (Dearness Allowance) को 8088 पॉइंट के अनुरूप और अतिरिक्त भार को मिलाकर तैयार किया गया है।
  • इसके अलावा 31 अक्टूबर 2022 को या उससे पहले पेंशन प्राप्त करने के पात्र लोगों को SBI सहित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली पेंशन या पारिवारिक पेंशन के अतिरिक्त मासिक अनुग्रह राशि का भुगतान किया जाएगा।जल्द आईबीए केन्द्र सरकार को सिफारिश भेजेगा, जिस पर 6 महीने के अंदर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

हफ्ते में 2 दिन छुट्टी, महिला कर्मचारियों को विशेष लाभ

  • बैठक में हफ्ते में पांच दिन ऑफिस और 2 दिन छुट्टी पर सहमति बनी है, अभी महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों में अवकाश रहता है। अब महीने के सभी शनिवार को बैंकों में अवकाश का प्रस्ताव आईबीए ने स्वीकार कर लिया है। इसके एवज में बैंकिंग कामकाज सुबह 10 से शाम 5 बजे की जगह सुबह 9.50 से शाम 5.30 बजे करने का प्रस्ताव है।सरकार की अधिसूचना के बाद ही वर्किंग डेज (Working Days) के बाद यह प्रभावी होगा।
  • नए वेतन समझौते में महिला कर्मचारियों का भी खास ध्यान रखा गया है। अब बैंक में महिलाएं बिना किसी मेडिकल सर्टिफिकेट के महीने में एक दिन बीमारी की छुट्टी यानी Sick Leave ले सकेंगी।वही 255 दिन तक की PL को रिटायरमेंट के समय या सेवा के दौरान कर्मचारी की मृत्यु के समय एनकैश किया जा सकता है।
  • आधे दिन की कैजुअल छुट्टी मिलेगी। महिलाओं को महीने में एक दिन चिकित्सा अवकाश बिना मेडिकल सर्टिफिकेट और  स्पेशल चाइल्ड वाले दंपति को 30 दिन की स्पेशल छुट्टी मिलेगी।
  • 58 साल के ऊपर के वरिष्ठ स्टाफ को पत्नी की बीमारी पर पत्नी के मेडिकल सर्टिफिकेट पर अवकाश मिल सकेगा छुट्टी का नगदीकरण 240 दिन से बढ़ाकर 255 दिन कर दिया गया।

About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)