शिक्षकों-कर्मचारियों को वेतन-पेंशन के लिए करना होगा अभी और इंतजार, जानें कारण?

विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों का खाता फ्रीज होने के चलते राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के कर्मियों को ईद पर भी वेतन नहीं मिलेगा और पेंशनरों को भी पेंशन के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

employees news

Bihar Teacher employees Salary 2024 : बिहार के विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षकों और कर्मियों को वेतन और पेंशन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। ईद पर वेतन का भुगतान नहीं होगा और पेंशन भी रुकी रहेगा। इसका कारण राज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालयों के खाता का फ्रीज होना है।

खाता फ्रीज होने के चलते अटका वेतन, पेंशन भी रूकी

खबर है कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने बैंक को पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों का खाता फ्रीज करा दिया है, ऐसे में राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के कर्मियों को ईद पर भी वेतन नहीं मिलेगा और पेंशनरों को भी पेंशन के लिए इंतजार करना पड़ेगा।हालांकि राज्य सरकार की ओर से यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में काम करने वाले कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए फरवरी महीने के वेतन के लिए राशि भेजी गई है, लेकिन खाता फ्रीज होने के कारण इसे कर्मचारियों और शिक्षकों के बीच बांटा नहीं जा सकता।वही कई विश्वविद्यालयों में जनवरी से ही पेंशनरों को पेंशन नहीं भेजी गई है।

बिहार के इन शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए जारी हो चुके है 10 अरब रुपये

गौरतलब है कि हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के शिक्षक नियुक्ति परीक्षा पास कर सरकारी स्कूलों में पदस्थापित किए गए शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए 10.44 अरब रुपये जारी कर दिये गये थे। इस राशि से शिक्षकों को मार्च के वेतन का भुगतान किया जाना है। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा गया है कि वे नवनियुक्त शिक्षकों की नियमानुसार समीक्षा कर जल्द से जल्द उनके वेतन का भुगतान करें और इसकी सूचना कार्यालय को दें, यदि इस मामले में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो इसकी सारी जिम्मेवारी संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं कार्यक्रम पदाधिकारियों की होगी।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News