Ration Card Benefit : राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर है। अगर आप भी राशन कार्ड धारक है और सरकार की राशन कार्ड योजना का लाभ उठाते हैं तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। दरअसल राज्य सरकार द्वारा लगातार राशन कार्ड धारकों के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। जिसका लाभ लाखों राशन कार्ड धारकों को होगा।
प्रदेश के निकाय में लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी 23 लाख राशन कार्ड धारकों को 50% सब्सिडी पर 2 किलो चीनी और 1 किलो नमक दिल्ली की तैयारी राज्य सरकार द्वारा की गई है। अंत्योदय और प्राथमिक परिवार राशन कार्ड धारकों के लिए अब राज्य खाद्य योजना के राशन कार्ड धारकों को भी योजना का लाभ दिया जाएगा। महंगाई से राहत देने के लिए प्रस्ताव आगामी 3 मई को कैबिनेट में रखे जाने की तैयारी की गई है।
सस्ती चीनी और नमक की सुविधा देने की तैयारी
बता दें कि प्रदेश के 1.76 राशन कार्ड धारकों के लिए ही प्राथमिक परिवार राशन कार्ड धारकों को एनएफएसए के तहत निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। वही उत्तराखंड सरकार द्वारा SSY के राशन कार्ड धारकों को भी सस्ती चीनी और नमक की सुविधा देने की तैयारी की जा रही है। इसका लाभ अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को होगा। वही एसएफवाई के 10 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को भी सब्सिडी पर नमक और चीनी उपलब्ध कराए जाएंगे।
तीन रसोई गैस सिलेंडर निशुल्क उपलब्ध कराने की तैयारी
मामले में खाद्य सजीव बृजेश कुमार ने कहा है कि प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।। इसे शीघ्र ही अंतिम रूप देकर कैबिनेट में रखा जाएगा इससे पहले उत्तराखंड सरकार द्वारा चुनावी घोषणा के अनुसार निर्धन परिवारों को तीन रसोई गैस सिलेंडर निशुल्क उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है। इसके लिए शेष परिवारों को भी शीघ्र सुविधा देने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि अभी तक अंत्योदय राशन कार्ड धारकों में से 136000 परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश : राशन कार्ड धारकों को बड़ी खुशखबरी
आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा राशन कार्ड धारकों को बड़ी खुशखबरी दी जाएगी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चावल राशन कार्ड धारकों की बुनियादी जरूरतों में से हैं। ऐसे में उन्हें चावल उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।। सीमा जिले में एक मई से ज्वार और रागु का वितरण किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक एफसीआई के माध्यम से रागु को कर्नाटक सरकार से खरीदा जा रहा है इसके अलावा उपज सीधे किसानों से भी खरीदी जा रही है।
इसके तहत पीडीएस के जरिए गरीबों को पौष्टिक खाद्य उत्पाद मुहैया कराने की तैयारी की गई है। वहीं किसानों को चावल के विकल्प के रूप में छोटे दाने उगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। छोटे दाने के उत्पाद स्थानीय किसानों से रियायती मूल्य पर खरीदे जाएंगे और पीडीएस में इसका वितरण किया जाएगा। फिलहाल रायलसीमा में पायलट परियोजना के तहत ज्वार और रागु का वितरण करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के सफल होने के साथ ही इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
इतना ही नहीं आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा पीडीएस के तहत से पहले से ही गेहूं का आटा ₹16 प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। जिनमें 2 किलो प्रति कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालांकि पूरे राज्य में गेहूं बाँटने के लिए उपभोक्ताओं से राय ली गई है, इधर नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा मासिक राशन में 1 किलो चावल की जगह मुफ्त गेहूं का आटा देने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है।
कोलकाता : राशन डीलर को निर्देश
इधर कोलकाता में राज्य सरकार द्वारा बड़ी तैयारी की गई है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह के राशन के लाभ से वंचित न रहे, इसके लिए राज्य के खाद्य और आपूर्ति विभाग ने कहा कि राशन प्रणाली में पारदर्शिता लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राशन डीलर को निर्देश दिया गया है। उन्हें कहा गया कि वह ग्राहकों को मिलने वाले चावल गेहूं व अन्य वस्तुओं की मात्रा को सार्वजनिक रूप से रिकॉर्ड करें। इसके साथ ही काट को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। इसके प्रकार के अनुसार ही लाभार्थियों को राशन का लाभ दिया जा रहा है। AAY, PHH, SPHH, RKSY 1 आदि राशन कार्ड के प्रकार तय किए गए हैं।
अंत्योदय अन्न योजना के ग्राहकों को प्रति महीने प्रति परिवार 21 किलो चावल उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक परिवार को 13 किलो 300 ग्राम आटा या 14 किलोग्राम गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा। वही इन ग्राहकों को प्रति महीने प्रति परिवार 1 किलो चीनी भी उपलब्ध कराए जाने की तैयारी की गई है। प्राथमिकता वाले घर या पीएचएच के ग्राहकों को चावल और आटा उपलब्ध कराया जाएगा। प्रति व्यक्ति 3 किलो चावल 2 किलो गेहूं या 1 किलो 900 ग्राम आटा प्रति व्यक्ति उपलब्ध कराए जाने की तैयारी की गई है।
बता दें कि राज्य के राशन भक्तों को चावल गेहूं और आटा पूरी तरह से मुफ्त प्रदान किया जाता है लेकिन चीनी के लिए पैसे खर्च किए जाते हैं। चीनी खरीदने वाले उपभोक्ताओं के लिए 1 किलो चीनी की कीमत ₹13 50 पैसे निर्धारित की गई है। वहीं दिव्यांग जनों को भी इसका लाभ मिलेगा। राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड को जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है।