Roadways Employees, Employees Amount : रोडवेज कर्मचारियों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बड़ी तैयारी की गई है। दरअसल कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए नियम और नीति भी तय किए गए हैं।
उत्तराखंड में दीपावली पर रोडवेज कर्मचारियों के लिए धामी सरकार बड़ा तोहफा लेकर आई है।दीपावली पर बड़ी संख्या में परिवहन निगम चालक परिचालक छुट्टी पर रहते है। कई बार चालक और परिचालक एक हफ्ते तक ड्यूटी पर नहीं आते हैं। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति से बचने के लिए सरकार द्वारा कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। ड्यूटी पर आने वाले और बसों का सुचारू संचालन करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया गया है।
नियम तय
ऐसे में रोडवेज कर्मचारियों को प्रोत्साहन योजना के तहत नकद राशि का भुगतान किया जाएगा। चालकों परिचालकों को निर्धारित किलोमीटर पूरे करने पर ही राशि का भुगतान किया जाएगा। प्रोत्साहन की योजना 5 से 15 नवंबर तक लागू रहेगी। परिवहन निगम के महा प्रबंधक दीपक जैन की ओर से आदेश जारी किए गए। इसमें कहा गया की 11 दिन में कर्मचारियों को एक छुट्टी मिलेगी। योजना के तहत मैदानी मार्गों पर चालक और परिचालक को 10 दिन में 2750 किलोमीटर बस संचालक अनिवार्य करना होगा। वहीं पर्वत और मैदानी मिश्रित मार्ग पर 22 किलोमीटर चलना अनिवार्य होगा जबकि पर्वतीय मार्ग पर 1980 किलोमीटर बस संचालन करने वाले को ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा।
रोडवेज कर्मचारियों द्वारा निर्धारित किलोमीटर पूरी करने पर चालक और परिचालक को डेढ़ हजार रुपए की धनराशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी। निगम प्रबंधन 1 किलोमीटर की बाध्यता से अलग 11 दिन बस संचालन की ड्यूटी करने पर डेढ़ हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह योजना कार्यशाला तकनीकी कर्मियों पर भी लागू रहेगी। प्रोत्साहन योजना में तकनीकी कर्मचारियों को पूरे 11 दिन ड्यूटी करने पर 1000 रुपए प्रोत्साहन के ऊपर उपलब्ध कराए जाएंगे।
योजना में बाहर स्रोतों से कर्मचारियों को भी 1000 रुपए की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाएगी। बस संचालन में सीधे तौर पर जुड़े डीजल बैक चेकिंग, कैशियर और समय पाल को भी 11 दिन ड्यूटी करने पर 1000 रुपए इनाम के रूप में दिया जाएगा। 11 12 13 और 15 नवंबर यानि 4 दिन में मैदानी मार्ग 1850 किमी, मिश्रित मार्ग पर 1400, पर्वतीय मार्ग पर 1000 किलोमीटर बस संचालन करने वाले चालक और परिचालकों को डेढ़ हजार रुपए अतिरिक्त उपलब्ध कराए जाएंगे।