नई दिल्ली| लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है| लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहे दरभंगा सांसद कीर्ति आजाद सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी की टिकट पर दरभंगा से लोकसभा सांसद चुने गए थे. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को आजाद को आधिकारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होना था, लेकिन पुलवामा आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था|
कीर्ति आजाद के कांग्रेस में शामिल होने के दौरान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे। राहुल गांधी ने आजाद को पार्टी की सदस्यता दिलाई। कीर्ति ने भी ट्वीट करके नई पार्टी ज्वाइन करने की जानकारी दी। उन्हाेंने लिखा, ‘‘मैंने मिथिला की परंपरा के अनुसार राहुल गांधी को मखाना की माला, पाग और चादर से सम्मानित किया।’’
कीर्ति आजाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर दरभंगा से सांसद चुने गए थे। उन्होंने कई बार पार्टी के खिलाफ बयान दिया था। डीडीसीए में घोटाले का आरोप लगाकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी आजाद ने निशाना साधा था। इसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। कीर्ति आजाद ने बीते दिनों पटना में प्रेसवार्ता कर उन्होंने बिहार सरकार और बीजेपी पर भी हमला बोला था। पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद का पुत्र होने के नाते कीर्ति झा के परिवार का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है। बिहार का दरभंगा जिला मिथिला संस्कृति का केंद्र है| कीर्ति मिथिलांचल की राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। वह 1999 और 2009 में भी सांसद चुने गए थे। कीर्ति के पिता भागवत झा आजाद कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता थे। वह बिहार के मुख्यमंत्री भी बने थे। कीर्ति आजाद पूर्व क्रिकेटर हैं| 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी रहे| इसमें उन्होंने पाकिस्तान और इंगलैंड के खिलाफ उल्लेखनीय पारी खेली थी इस कारण वे बेहद लोकप्रिय हो गए थे| कांग्रेस की सदस्यता लेते हुए कीर्ति ने कहा कि यह सबसे पुरानी पार्टी है और यही वो पार्टी है जिसने देश की आन, बान और शान के लिए काम किया है| कीर्ति ने कहा कि मेरे पिता को जवाहर लाल नेहरू ने 26 साल की उम्र में सांसद बनाया था| कीर्ति ने कहा कि मैं पीएम का एक वक्तव्य याद दिलाना चाहता हूं, जब उन्होंने कहा था कि एक के बदले 10 सिर लाऊंगा, लेकिन अगर वो अभी तक एक भी सिर लाये हों तो बताएं|