BJP MP Sudhanshu Trivedi’s attack on Congress : हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट सामने आने के बाद जिस तरह से कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है अब भाजपा ने उसपर पलटवार किया है। भाजपा ने कांग्रेस पर देश में आर्थिक अराजकता फ़ैलाने के प्रयास करने के आरोप लगाये हैं, भाजपा सांसद और तेज तर्रार प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सिलसिलेवार इसके उदाहरण मीडिया के सामने दिए।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सबसे पहले कांग्रेस ने एलआईसी पर आरोप लगाये, उसका नाम उछाला जिसमें भारत के आम आदमी का सबसे ज्यादा पैसा लगा है, नतीजा सामने है- पिछली तिमाही में LIC ने 17 हज़ार करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। फिर कांग्रेस ने एसबीआई के लिए कहा कि ये बर्बाद हो गया, लेकिन पिछली और उससे पिछली तिमाही में एसबीआई 21 हजार करोड़ का मुनाफा किया,ये सिर्फ एसबीआई का नहीं भारत के सभी प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंको को मिलाकरऑल टाइम हाई है, यानि रिलायंस से भी ज्यादा मुनाफा SBI ने कमाया।
HAL पर लगाये आरोपों पर कांग्रेस का चेहरा उजागर किया
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कांग्रेस ने भारत के सबसे बड़े डिफेन्स पीएसयू HAL को भी कांग्रेस ने नहीं छोड़ा जो रक्षा सेवाओं से जुड़ा एक महत्वपूर्ण संस्थान है। लेकिन जव वहां के नतीजे सामने आये तो मालूम चला कि एचएएल ने 2023-24 में 29 हजार करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया जो ऑल टाइम हाई है और अभी और बड़ा रेवेन्यू पाइप लाइन में है। और अब सेबी पर अटैक, इससे हमें साफ़ समझ आता है कि ये भारत के हर उस आर्थिक संस्थान पर आक्रमण है जिसके द्वारा भारत की आर्थिक शक्ति और आर्थिक सम्पन्नता उभर कर सामने आती है।
हर पर परिवार को 1 लाख रुपये देने के कांग्रेस के चुनावी वादे की पोल खोली
सुधांशु त्रिवेदी ने चुनावों में किये कांग्रेस के वादों की भी धज्जियाँ उधेड़ दी, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया कि वे देश के हर परिवार की एक महिला को एक लाख रुपये देगी, 140 करोड़ के देश में करीब 31 करोड़ परिवार हैं, अभी हमारा बजट आया जिसमें 27 लाख करोड़ से कम भारत सरकार की आमदनी बताई गई और ये 31 लाख करोड़ देने की बात कर रहे थे कैसे संभव होता ये? इससे ये स्पष्ट होता है कि कांग्रेस का देश में आर्थिक अराजकता फैलाने का लक्ष्य है कि नहीं और इनके साथ में कौन, विदेशी कंपनियां।
BJP का सवाल- कांग्रेस हमेशा विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी रहती है
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूँ वे हमेशा विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी रहती है, 40 साल पहले 1983 में यूनियन कार्बाइड के साथ कांग्रेस खड़ी थी, 87 में बोफोर्स के साथ कांग्रेस खड़ी थी, होवित्जर, अगस्ता वेस्टलैंड के साथ कांग्रेस खड़ी थी, बीबीसी के साथ कांग्रेस खड़ी रहती है, अब हिंडनबर्ग के साथ कांग्रेस खड़ी है, जोर्ज सोरोस का सुर और कांग्रेस का सुर एक है वो भी हर कीमत पर मोदी को हटाना चाहता है और कांग्रेस का भी यही चाहती है और इसके प्रयास कर रही है है, इसलिए मैं पूछना चाहता हूँ विदेशी कंपनियों से ये कौन सा याराना है, भारत के हर आर्थिक संस्थान पर कांग्रेस का निशाना है।
डॉ. @SudhanshuTrived से सुनिए, कांग्रेस ने कैसे systematic तरीके से भारत में आर्थिक अराजकता फैलाने का प्रयास किया…
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— BJP (@BJP4India) August 13, 2024