केंद्रीय सरकार ने की रबी फसलों के समर्थन मूल्य की घोषणा, किसानों को लागत पर मिलेगा 106 फीसदी तक लाभ

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में कृषि के क्षेत्र से जुड़े दो बिल राज्य सभा में पास हो चुके है, वहीं एमएसपी को लेकर सरकार कई बार सफाई दे चुकि है कि इसे खत्म नहीं किया जाएगा, इसकी बावजूद भी कुछ राज्यों के किसान विरोध कर रहे हैं। सोमवार को मोदी कैबिनेट की बैठक की गई , जिसमें रबी फसलों की एमएसपी को बढ़ाने की मंजूरी दी गई है।

वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट के जरिए समर्थन मूल्य में हुई वृद्धि के बारे में जानकारी देते हुए लिखा कि “किसानों के हित में मोदी सरकार का एक और निर्णय. रबी विपणन वर्ष 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित… आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने दी मंजूरी… किसानों को लागत मूल्य पर 106 प्रतिशत तक लाभ…न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद जारी रहेगी…”


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।