Chardham Yatra 2024: उत्तराखंड के चारधाम—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ—की यात्रा के लिए हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। वहीं इनकी सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन निरंतर नई व्यवस्थाएं लागू कर रहा है। जानकारी के अनुसार अब गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग पर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। रविवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद, इस मार्ग को अब शाम 5 बजे से लेकर सूर्योदय तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में केदारनाथ धाम का विशेष महत्व है। हर साल लाखों भक्त इस पवित्र स्थल की यात्रा करते हैं। वहीं प्रशासन ने यात्रा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नियमों में समय-समय पर बदलाव किए हैं। हाल ही में, केदारनाथ पैदल मार्ग के यात्रा नियमों में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं।
शाम 5 बजे से सुबह तक पैदल यात्रा पर प्रतिबंध
जानकारी के अनुसार गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग को शाम 5 बजे से लेकर सुबह तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। दरअसल यह कदम रविवार को गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर तीन श्रद्धालुओं की मौत के बाद उठाया गया है। बता दें कि इस नियम का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।
दरअसल भारी बारिश और खराब मौसम के चलते रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे और गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई स्थानों पर पत्थर और मलबा गिरने की घटनाएं हो रही हैं। इससे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है। इन हालातों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अनिवार्य
वहीं उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे यात्रा से पहले मौसम की सटीक जानकारी अवश्य लें। उन्होंने खराब मौसम में यात्रा से बचने की सलाह दी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर शाम पांच बजे से लेकर अगले दिन सुबह तक पैदल मार्ग को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक सतर्क रहने का भी आग्रह किया गया है।