इस आधुनिक दौर में Cyber crime और ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। शायद यहींन वजह है कि इसपर लगाम लगाना सरकार के लिए भी मुश्किल हो रहा है। दरअसल हर बार साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीकों से स्केम करते हैं। वहीं हाल ही में धोखाधड़ी का एक नया और अनोखा तरीका सामने आया है।
दरअसल इसमें ठग (Cyber crime) बिजली चेकिंग के बहाने लोगों को निशाना बना रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ये ठग खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताकर घरों में मीटर की जांच करने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे हैं।
जानिए क्या है यह नया स्केम?
जानकारी के अनुसार हाल ही में ठगी का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें अपराधी बिजली मीटर की जांच के बहाने लोगों को धोखा दे रहे हैं। ये ठग लोगों पर बिजली मीटर की रीडिंग कम दिखाने या उसमें छेड़छाड़ करने का झूठा आरोप लगाते हैं। इसके बाद वे धमकाकर लोगों से बड़ी रकम वसूलते हैं। ऐसे में इस नई प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि वे इन अपराधियों के जाल में न फंसें।
ऐसे करते हैं ठगी!
दअसल यह तरीका बेहद चतुराई और सोची-समझी योजना के साथ काम करता है। जानकारी के मुताबिक ठग पहले खुद को बिजली विभाग के कर्मचारी या अधिकारी के रूप में पेश करते हैं। वे आपके घर आकर बिजली मीटर की जांच करने का बहाना बनाते हैं। इसके बाद वे आपको बताते हैं कि मीटर की रीडिंग सही नहीं है या उसमें कोई गड़बड़ी की गई है। फिर, ये अपराधी आपको धमकाते हैं कि अगर आपने उनकी बात नहीं मानी, तो वे पुलिस को बुलाकर आपके खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज करवा देंगे, जिससे लोग डरकर उनके झांसे में आ जाते हैं।
वहीं इस तरह की धमकियों से लोग घबरा जाते हैं, और ऐसे ठग लोगों के इसी डर का फायदा उठाकर उनसे भारी रकम ऐंठते हैं। बता दें कि ऐसे मामलों में ये ठग 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक की बड़ी रकम की मांग कर सकते हैं।