CM का बड़ा फैसला- अब इस योजना के तहत के मिलेंगे 7000, पुरानी पेंशन पर भी बड़ी अपडेट

Pooja Khodani
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रायपुर, डेस्क रिपोर्ट।Cabinet Meeting. आज रविवार 1 मई मजदूर दिवस पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने सरकारी कर्मचारियों (CG Government Employees) और मजदूरों को बड़ा तोहफा दिया है। एक तरफ सीएम भूपेश बघेल ने  पुरानी पेंशन  योजना लागू करने को मंजूरी दे दी है वही दूसरी तरफ राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में हितग्राही परिवार के मुखिया को वार्षिक आधार पर प्रदाय सहायता राशि 6 हजार रूपए से बढ़ाकर 7 हजार रूपए कर दी है।

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दरअसल, आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting)सम्पन्न हुई और कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठर में राज्य के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की मांग को पूरा करते हुए पुरानी पेंशन को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके तहत एक नवम्बर 04 से नियुक्त शासकीय सेवकों के लिए नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने के निर्णय का अनुमोदन किया गया। नवीन अंशदायी पेंशन योजना के लिए वेतन से की जा रही 10% की मासिक अंशदान की कटौती एक अप्रैल 22 से सामाप्त कर सामान्य भविष्य निधि नियम के अनुसार मूल वेतन का न्यूनतम 12% कटौती के प्रस्ताव को सहमति दी गई।

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वही राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में हितग्राही परिवार के मुखिया को वार्षिक आधार पर प्रदाय सहायता राशि 6 हजार रूपए से बढ़ाकर 7 हजार रूपए किया गया है।इसके अलावा युवाओं को बड़ी राहत देते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC), छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल (CG Vyapam) एवं विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षाओं के शुल्क माफ करने के निर्णय का अनुमोदन किया गया। इधर,  वाणिज्यिक कर विभाग के अंतर्गत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से सहायक वर्ग-तीन के पद पर पदोन्नति प्रदान किए जाने के लिए पदोन्नति का कोटा एक बार 25 प्रतिशत के स्थान पर 50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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