UP Kisan Pathshala : उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है। यूपी में किसानों की आय दुगुनी करने और खेती किसानी को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि “लैब टू लैंड” नारे को फॉर्मर स्कूल में साकार करेंगे। वही प्रदेश के 17 हजार ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला चलेगी।इस पर सरकार करीब 21 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 17 हजार ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला चलाई जाएगी। हर क्षेत्र में बेहतरी के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है। इसी जागरूकता से पता चलता है कि किसी क्षेत्र में देश-दुनिया में क्या चल रहा है। तुलनात्मक रूप से हम कहां हैं?संस्थानों में जो शोध कार्य हो रहे हैं, वह प्रगतिशील किसानों के जरिए आम किसानों तक कैसे पहुंचे।
17000 ग्राम पंचायतों में चलेगी किसान पाठशाला
दरअसल, राज्य सरकार पहले कार्यकाल में 2017-2018 में रबी के सीजन में किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए ‘द मिलियन फार्मर्स स्कूल’ संचालित कर रही है, इसके लिए पहले “लैब टू लैंड” का नारा दिया गया था। इस सिलसिले को जारी रखते हुए सरकार ने खरीफ के मौजूदा एवं रबी के आगामी सीजन में प्रदेश के 17000 ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस पर सरकार करीब 21 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
इस तरह मिलेगा लाभ
इसके तहत सामयिक फसलों के लिए खेत की तैयारी से लेकर उन्नत प्रजाति के बीज, बीज शोधन, बुआई का समय, खाद-पानी और समय-समय पर फसल संरक्षा के उपायों की जानकारी विशेषज्ञों की ओर से दी जाएगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2023 के मद्देनजर इस बार मोटे अनाजों की खेती पर भी जोर होगा। इतना ही नहीं अलग-अलग फसलों का जिलेवार प्रति हेक्टेयर, प्रति कुंतल अधिकतम एवं न्यूनतम उत्पादन का पता लगाने के बाद इन किसान पाठशालाओं के जरिये न्यूनतम उत्पादन वाले जिलों में हरसंभव कशिश करके उत्पादन बढ़ाने पर भी फोकस करेगी।