बारिश से तरबतर हुई दिल्ली, शहर में घुसा यमुना का पानी, स्कूल-कॉलेज बंद, ग्राउंड पर उतरे केजरीवाल

Diksha Bhanupriy
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Flood In Delhi

Flood In Delhi: देशभर में लगातार हो रही बारिश के बाद हाहाकार के नजारे सामने आ रहे हैं। जलभराव के चलते हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही देखी गई है। दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री निवास तक यह पानी पहुंच चुका है और चारों ओर चिंताजनक स्थिति दिखाई दे रही है।

यमुना नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है और शहर के भीतर घुसने लगा है। जिस वजह से निचले इलाकों में लोगों ने घर छोड़ना शुरू कर दिया है और राजधानी के कई इलाके जलमग्न हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल खुद बाढ़ की स्थिति से निपटने और इलाकों का जायजा लेने के लिए मैदान में उतर गए हैं और एक के बाद एक फैसले लेते हुए जनता की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं।

स्कूल कॉलेज रविवार तक बंद

राजधानी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी रविवार तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। आवश्यक सेवाओं वाले दफ्तरों को छोड़कर बाकी सभी सरकारी दफ्तर रविवार तक वर्क फ्रॉम होम पर काम करने वाले हैं। प्राइवेट दफ्तरों को भी रविवार तक अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा देने की सलाह दी गई है। डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ऑफ दिल्ली की बैठक में यह फैसला लिया गया है।

भारी वाहनों को एंट्री पर रोक

यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसी के चलते एहतियात के तौर पर बदरपुर बॉर्डर, सिंधु बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर लोनी बॉर्डर से माल ढुलाई कर आने वाले भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जम्मू कश्मीर, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से आने वाली अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी कश्मीरी गेट को जगह अब सिंधु बॉर्डर पर ही रोक दी जाएगी। पेट्रोलियम और खाद्य पदार्थों जैसी आवश्यक चीजें लेकर आने वाले वाहनों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।

 

यमुना का जलस्तर

दिल्ली में इस बार की बारिश ने सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और हर जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। यमुना का जलस्तर 208.3 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। इसके पहले यह संभावना 1978 में बनी थी जब यह जलस्तर 207.49 मीटर पर पहुंचा था।

नदी में लगातार बढ़ रहे पानी के चलते चंद्रावल, वजीराबाद और ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद किए गए हैं। इस वजह से दिल्ली के कई इलाके में पानी की परेशानी होने वाली है। पानी कम होते ही इन्हें जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश की जाएगी। प्रशासन द्वारा लोगों को खतरनाक इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है। यह कहा गया है कि वह सेल्फी लेने या वीडियो बनाने के चक्कर में बाढ़ के आसपास वाले इलाकों में ना जाएं।

इन इलाकों में क्या हाल

दिल्ली के अलावा पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी बारिश के चलते गंभीर हालात देखे जा रहे हैं। हिमाचल में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है और 88 लोगों की जान चली गई है, 100 घायल हैं और 16 का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। यहां पर कुछ यात्री चंद्रताल में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए प्रशासन की टीम वहां पहुंच गई है।

रुकी केदारनाथ यात्रा

उत्तराखंड में भारी बारिश के दौर को देखते हुए केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा श्रद्धालुओं को मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा के लिए आने की सलाह दी गई है। सरकार द्वारा लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।

पंजाब के हालात भी खराब

पंजाब में भी बारिश का कहर देखा जा रहा है। यहां के 13 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं और 479 गांव ऐसे हैं, जो बुरी तरह से प्रभावित हो चुके हैं। फिरोजपुर की जीरो लाइन के पास जब से पाकिस्तान का बांध टूटा है, भारत के सीमावर्ती इलाकों में लगातार पानी घुस रहा है। इसी वजह से पंजाब की हालत खस्ता दिखाई दे रही है और पूरे राज्य में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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