Veer Savarkar Airport Port Blair : पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा पिछले दिनों 18 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पोर्ट ब्लेयर के जिस नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया था उसके कुछ दिनों बाद ही सामने आये एक वीडियो ने विपक्ष को पीएम मोदी और उनकी सरकार को घेरने का मौका दे दिया। कांग्रेस ने वीडियो का सच जाने बिना इस पर प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की, उधर कांग्रेस का ट्वीट सामने आते ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने वीडियो का सच बताते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया और चेतावनी दी कि आगे से कुछ भी कहने से पहले उसका सच अवश्य जान लें।
वीर सावरकर एयरपोर्ट बिल्डिंग की झूलती छत के वीडियो से गरमाई सियासत
गौरतलब है कि अंडमान निकोबार से निकलने वाले एक दैनिक खबर ने अपने ट्विटर पर पिछले दिनों एक वीडियो और दो फोटो पोस्ट किये, जो पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्चुअली उद्घाटित किये गए वीर सावरकर इंटर नेशनल एयरपोर्ट पोर्ट ब्लेयर के हैं। वीडियो में एक बिल्डिंग की छत का हिस्सा झूलता हुआ दिख रहा हैं। अख़बार ने ट्वीट किया – ये अच्छी बात नहीं है, नए एयरपोर्ट की सीलिंग गिर गई।
18 जुलाई को पीएम ने किया उद्घाटन, जनता और विपक्ष ने किये सवाल
अख़बार का वीडियो सामने आते ही इस एयरपोर्ट के निर्माण की क्वालिटी पर लोग संदेह करने लगे और केंद्र सरकार की आलोचना करने लगे, ऐसे में विपक्ष को भी प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने का ताजा हथियार मिल गया। ढहे हुए हिस्सों की तस्वीर और वीडियो सामने आने के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर पीएम मोदी पर कटाक्ष किया।
कांग्रेस महासाचिव जयराम रमेश ने पीएम पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया – “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों किसी भी चीज का उद्घाटन करेंगे – भले ही वह अधूरा या घटिया बुनियादी ढांचा (राजमार्ग, हवाई अड्डे, पुल, ट्रेन आदि) हो। उनके मंत्री उनके साथ अपने नंबर बढ़ाने के लिए ये सब करते रहते हैं और इसकी कीमत करदाताओं और नागरिकों को चुकानी पड़ती है। अंत में कांग्रेस नेता ने लिखा- ‘न्यू इंडिया’ में ऐसी स्थिति खेदजनक है ।
उड्डयन मंत्री सिंधिया का पलटवार
जयराम रमेश ने दर असल इस ट्वीट के बहाने एक तीर से दो निशाने किये थे उन्होंने पीएम मोदी के साथ अपरोक्ष रूप से नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साधा। जयराम रमेश पर पलटवार करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर कहा, “संरचना टर्मिनल भवन के बाहर है। इसके अलावा, सीसीटीवी कार्य के लिए छत का एक हिस्सा जान बूझकर ढीला कर दिया गया था। बाद में लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चली तेज हवाओं के कारण पैनल झूल गए, जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है। काम पूरा होने के बाद छत को ठीक कर दिया गया था। सिंधिया ने जयराम रमेश को चेतावनी देते हुए लिखा- अगली बार, बंदूक उठाने और बिना किसी बात के सनसनीखेज तलाशने की बजाय, उसका सच पता कर लें।”
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने स्थिति स्पष्ट की
उधर एयरपोर्ट ने भी इस मामले में स्थिति स्पष्ट की, भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि यह घटना टर्मिनल भवन के बाहर बिल्डिंग की छत की है जिसे सीसीटीवी कार्य के लिए ढीला कर दिया गया था। 22 जुलाई की रात को तेज़ हवाओं ने फॉल्स सीलिंग को नीचे से उठा दिया, जिससे इसका लगभग 10 वर्ग मीटर हिस्सा उखड़ गया। प्राधिकरण ने जनता को आश्वासन दिया कि टर्मिनल भवन के अंदर फॉल्स सीलिंग सही है और तेज हवाओं ने और कहीं कोई नुकसान नहीं किया।