DCW प्रमुख स्वाती मालीवाल ने किया बड़ा खुलासा, पिता पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप

Swati Maliwal Sexual Harrasment: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने अपनी बचपन की खौफनाक दास्तां बयां की है। साथ ही उन्होनें अपने पिता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शनिवार को दिल्ली में आयोजित हुई डीसीडब्ल्यू अवार्ड्स कार्यक्रम के दौरान स्वाती ने कहा कि उनके पिता उनका यौन शोषण करते थे। इसके कारण वो अपने ही घर में डर कर रहती थी। जब भी पिता घर आते बेड के नीचे छुप जाया करती थीं।

स्वाती ने सुनाई की दर्दनाक आपबीती

कार्यक्रम के दौरान स्वाती ने कहा कि उन्हें अभी तक याद है कि उनके पिता उनका यौन शोषण करते थे। जब भी वह घर आते, उन्हें बहुत डर लगता था। इस डर के कारण उन्हें कई रातें बेड के नीचे बिताईं। वह हमेशा डरी और सहमी रहती थीं। उस वक्त उनके मन में एक ख्याल आता कि ऐसा क्या किया जाए जिससे इस तरह के आदमियों को सबक सिखाया जा सके। उन्होनें बताया कि उनके पिता को बहुत गुस्सा आता था। वह कभी-कभी उनकी चोटी पकड़ दीवार से टकरा देते थे। खून भी बहता रहता था और उन्हें तड़प महसूस होती थी।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"