मुंबई| महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद से ही मचे सियासी घमासान के बीच अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मिलने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध समाप्त नहीं हो पाया है जिससे राज्य में नई सरकार का गठन अब तक नहीं हो पाया है| राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद फडणवीस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस्तीफे के बाद राज्यपाल ने एक्टिंग सीएम के तौर पर काम करते रहने को कहा है जबतक कोई नई व्यवस्था नहीं हो जाती है|
फडणवीस ने कहा कि भाजपा की शिवसेना के साथ 50-50 यानी ढाई-ढाई साल सीएम पद पर कभी कोई बात नहीं हुई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं, पांच साल में हमने कई मुद्दों पर बात हुई, लेकिन नतीजे आने के बाद मैंने उन्हें कई बार फोन किए, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाए। मुझे लगता है कि नतीजों के बाद ही शिवसेना तय कर चुकी थी कि वह राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा महायुति का सरकार न बनना जनादेश का अपमान है. यह गलत है. जनता पर दोबारा चुनाव थोपना गलत है. जनादेश मिलने पर सरकार न बना पाने का अफसोस है. कुछ लोग जानबूझकर बयान दे रहे हैं जैसे हमने विधायकों को अपने घेरे में रखा है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे साबित करें या फिर माफी मांगें, फडणवीस के मुताबिक, ‘सरकार बनाने को लेकर चर्चा भाजपा ने नहीं रोकी है, शिवसेना ही बात करना नहीं चाहती है। अब उन्होंने हमसे बात बंद करके, राकांपा से बात कर रहे हैं। मैं उद्धव ठाकरे पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन मुझे लगता है कि उनके आसपास के लोग और उनके सलाहकार ठीक नहीं है।’
महाराष्ट्र में सरकार बनाने की समय सीमा 9 नवंबर है और अब ऐसा लग रहा है कि राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है| मीडिया से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पार्टी, सहयोगियों और यहां तक कि शिवसेना तक को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले पांच सालों में साहस और जोश के साथ कई चुनौतियों का सामना किया|