School Holidays : स्कूली छात्रों को बड़ी राहत, फिर घोषित हुए अवकाश, इतने दिन बंद रहेंगे स्कूल, जानें कब खुलेंगे?

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने आठवीं क्लास तक तक के छात्रों की छुट्टियों को बढ़ाते हुए 11 जनवरी तक ऑनलाइन क्लासेस लेने का आदेश दिया है।9वीं से 12वीं तक के छात्रों को सुबह 9:30 बजे स्कूल आना होगा और 3:30 पर स्कूल से छुट्टी की जाएगी।

Pooja Khodani
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School Winter Holiday : स्कूली छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। ठंड़ कोहरे और शीतलहर को देखते हुए झारखंड सरकार ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूल 7 से 13 जनवरी तक बंद रखने का फैसला किया है।

यह आदेश सभी सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक तथा निजी स्कूलों पर लागू होगा।हालांकि कक्षा नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं और सभी आवासीय स्कूल पूर्व की तरह संचालित होती रहेंगी।

इन राज्यों में 15 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल

  • हरियाणा और दिल्ली में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश शुरू हो गए है। यहां 15 जनवरी तक सर्दियों की छुट्टियां रहेंगी जो सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों पर लागू होंगी।वही उत्तर प्रदेश के प्राइमरी और जूनियर स्‍कूल भी 14 जनवरी तक बंद रहेंगे।पंजाब के सभी स्कूल अब 7 जनवरी तक बंद रहेंगे।
  • जम्मू-कश्मीर में बदलते मौसम, बर्फबारी और बारिश को देखते हुए फरवरी 2025 तक स्कूल बंद रहेंगे। कक्षा 5 तक के स्कूल 10 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक और कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल 16 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक बंद रहेंगे।

यूपी के इन शहरों में भी स्कूल बंद 

  • यूपी के गोरखपुर जिलाधिकारी के निर्देश के अनुपालन में कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्यालयों में छह जनवरी को अवकाश घोषित कर दिया गया है। यह आदेश सीबीएसई, आइसीएसई और अन्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के सभी विद्यालयों पर लागू होगा।
  • उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी स्कूल 11 जनवरी तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने अपने आदेश में कहा है कि कक्षा-9 से 12वींं के विद्यार्थियों के लिए जिन विद्यालयों में अवकाश घोषित नहीं है दिनांक 11 जनवरी तक कक्षाएं यथासम्भव ऑनलाइन करायी जाए। ऑनलाइन व्यवस्था न होने पर विद्यालय का संचालन प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 03:00 बजे के मध्य किया जाए।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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