Munger – चुनाव आयोग ने हटाए डीएम और एसपी, गुस्साई भीड़ ने लगाई पुलिस चोकी में आग

Gaurav Sharma
Published on -
election-commission-removes-dm-and-sp-munger

बिहार, डेस्क रिपोर्ट। बिहार के मुंगेर (Munger)में दुर्गा विसर्जन के समय हुई पुलिस और लोगों के बीच हिंसा (violence) के बाद मुंगेर (Munger) का मामला आए दिन तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को हुई हिंसा को लेकर चुनाव आयोग (election commission) ने जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate) और पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) को हटा दिया है। मुंगेर (Munger) में हुई हिंसा में एक व्यक्ति को मौत हो गई थी वहीं एक घायल हो गया था।

साथ ही फायरिंग और पथराव के चलते पुलिसकर्मियों के साथ-साथ दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। वहीं चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा कि पोल पैनल (poll panel) ने मगध डिवीजनल कमिश्नर असंगबा चुबा (Magadh Divisional Commissioner Asangba Chuba Ao, ) को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए है।

election-commission-removes-dm-and-sp-munger

वहीं पूरे मामले की जांच एक हफ्ते के अंदर करने के आदेश दिए है। बता दें कि मुंगेर (Munger) के जिला मजिस्ट्रेट राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह को पद से हटाया गया है। चुनाव आयोग ने कहा कि आज ही मुंगेर(Munger) को नया डीएम और पुलिस अधीक्षक मिल जाएगा।

ये भी पढ़े- Munger : दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए के जाते समय हुआ पुलिस के साथ लोगों का विवाद, हुई लाठीचार्ज

SP and DM removed after angry mob vandalised

वहीं गुरुवार को मुंगेर (Munger) ने दोबारा हिंसक विरोध देखा जिसमें आंदोलनकारियों ने एसपी कार्यालय में तोड़फोड़ करते हुए और सोमवार को हुई घटना को लेकर एक पुलिस चौकी को आग लगा दी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) के कार्यालय को भी कथित रूप से प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया था।

ये भी पढ़े- जानिए कौन हैं IPS लिपि सिंह, क्यों चर्चा में है यह ‘लेडी सिंघम’

प्रदर्शनकारियों ने मुंगेर (Munger) शहर में राजीव चौक के पास टायर जलाए और मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के जिम्मेदार एसपी और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं ब्रिटिश शासन के दौरान साल 13 अप्रैल, 1919 को पंजाब में कुख्यात जलियांवाला बाग की घटना के जनरल डायर की तुलना लोगों ने जिला पुलिस की। राजद-हेल्ड ग्रैंड एलायंस ने सोमवार को हुई इस  घटना की कड़ी आलोचना की। बता दें कि  IPS अधिकारी लिपी सिंह राज्यसभा में जदयू नेता आरसीपी सिंह की बेटी हैं।

Munger - चुनाव आयोग ने हटाए डीएम और एसपी, गुस्साई भीड़ ने लगाई पुलिस चोकी में आग

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News