Employees, Employees Regular, Regularization : कर्मचारियों को जल्द नियमितीकरण का लाभ मिल सकता है। लंबे समय से कर्मचारी नियमितीकरण का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा देने के बाद कर्मियों के 2 साल का अनुबंध काल पूरा हो चुका है। ऐसे में अब तक उन्हें नियमितीकरण का लाभ नहीं मिला है।
हिमाचल सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के तहत आने वाले डॉक्टर को नियमितीकरण का इंतजार है। प्रदेश के अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा दे रहे डॉक्टर सितंबर महीने में 2 साल का अनुबंध पूरा कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्होंने नियमित नहीं किया गया है। स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से नियमितीकरण के संबंध में मामला सरकार को भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द इसकी मंजूरी मिल सकती है। सरकार से नियमितीकरण की अनुमति मिलने के बाद ही नियमितीकरण के आदेश जारी किए जाएंगे।
दूसरी और हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी महासंघ द्वारा सरकार से बड़ी मांग की जा रही है। महासंघ की मांग है कि जल्दी डॉक्टर को नियमितिकरण का लाभ दिया जाए ताकि उन्हें वित्तीय नुकसान ना उठाना पड़े। वर्षों से रिक्त चल रहे खंड शिक्षा अधिकारी के पदों को डीपीसी के माध्यम से भरने में भी स्वास्थ्य विभाग असमर्थ रहा है। ऐसे में संघ द्वारा मांग की गई है कि चिकित्सकों की सिक्योरिटी लिस्ट उच्चतम और उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार डेट ऑफ जॉइनिंग से बनाई जाए।
वहीं हिमाचल सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के 265 नर्सों को नियमित किया गया है। दिवाली के शुभ अवसर पर 265 नर्सों को नियमित कारण का लाभ देते हुए इसके आदेश जारी कर लिए गए हैं। हालांकि इनका 2 साल का सेवाकाल मार्च में पूरा हो गया था लेकिन हाल ही में जारी हुई अधिसूचना के बाद उनकी सेवा को नियमित किया गया है।
ऐसे में उन्हें रेगुलर कर्मचारियों की तरह ही वेतन भत्ते सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इन नियमित हुई नर्सों में से 40 नर्स टांडा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की भी शामिल है। प्रदेश के सभी नर्सों के नियमित होने पर हिमाचल प्रदेश स्टेट नर्सिंग एसोसिएशन की चेयरपर्सन ने हिमाचल सरकार और मुख्यमंत्री को बधाई दी है।