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Mon, Dec 15, 2025

Free Tablet Scheme: यहां जानिए क्या है ‘फ्री टैबलेट योजना’ का सच, क्या सच में केंद्र सरकार दे रही फ्री टेबलेट? जानें सच्चाई

Written by:Rishabh Namdev
Free Tablet Scheme: पीआईबी ने लोगों को सतर्क किया है और आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने की सलाह दी है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक फर्जी योजना का प्रचार हो रहा है।
Free Tablet Scheme: यहां जानिए क्या है ‘फ्री टैबलेट योजना’ का सच, क्या सच में केंद्र सरकार दे रही फ्री टेबलेट? जानें सच्चाई

Free Tablet Scheme: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक फर्जी योजना का प्रचार हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार मुफ्त टैबलेट दे रही है। इस पर प्रेस इंफार्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने लोगों को सतर्क किया है और आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने की सलाह दी है। दरअसल एक पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी समय से वायरल हो रही है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त टैबलेट दिए जा रहे हैं।

फर्जी योजनाओं का प्रचार

दरअसल भारत सरकार समय-समय पर विभिन्न वर्गों के लिए कई योजनाएं लागू करती है। हालांकि, कई बार कुछ असामाजिक तत्व सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं। इसी प्रकार, इन दिनों सोशल मीडिया पर फ्री टैबलेट योजना के नाम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई योजना उनकी ओर से नहीं चलाई जा रही है।

पीआईबी ने दी चेतावनी

वहीं पीआईबी ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि केंद्र सरकार की ओर से फ्री टैबलेट योजना नाम की कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। पीआईबी ने लिखा कि, “क्या आप भी भारत सरकार के नाम पर चल रही फ्री टैबलेट योजना से गुमराह हो रहे हैं? यह योजना फर्जी है। ऐसी किसी भी मुफ्त योजना के झांसे में न आएं। सरकार से जुड़ी योजनाओं की प्रामाणिक जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें।”

फर्जी योजना का प्रचार और जनता को चेतावनी

बता दें कि सरकार को जानकारी मिली थी कि सोशल मीडिया पर फ्री टैबलेट योजना का बड़े पैमाने पर प्रचार किया जा रहा है। लोगों को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए सरकार ने यह स्पष्टीकरण जारी किया। दरअसल कई पोस्ट्स में यह दावा किया गया था कि केंद्र सरकार मुफ्त टैबलेट बांट रही है और इसके लिए लोगों से अपने दस्तावेज़ जमा कराने को कहा जा रहा था। ऑनलाइन स्कैम करने वाले इन दस्तावेज़ों का उपयोग कर लोगों को धोखा दे रहे हैं।