FSSAI warning : क्या आप भी करते हैं इन चार मसालों का उपयोग? हो जाए सावधान FSSAI ने जारी की यह चेतावनी! पढ़ें खबर

FSSAI warning : चार विशेष प्रकार के मसालों का उपयोग करने से कैंसर का खतरा दोगुना हो सकता है। दरअसल यह चेतावनी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में जारी की है।

Rishabh Namdev
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FSSAI warning : अगर आप अपने खाने में बाज़ार के मसालों का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है जिसमें बताया गया है कि चार विशेष प्रकार के मसालों का उपयोग करने से कैंसर का खतरा दोगुना हो सकता है।

दरअसल भारतीय मसाले अपने अनूठे स्वाद, सुगंध और फ्लेवर के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। भारतीय मसाले न केवल हमारे खाने में स्वाद को बढ़ाते हैं, बल्कि यह हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माने जाते हैं। विभिन्न प्रकार के मसाले भारतीय भोजन का अहम हिस्सा हैं और हर रसोई में इनका उपयोग किया जाता है। लेकिन हाल ही में हांगकांग और सिंगापुर ने चार भारतीय मसालों पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि इनमें ऐसे रसायन भी पाए गए हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।

कौन से मसाले हैं हानिकारक?

FSSAI की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई प्रमुख ब्रांडों के मसालों में ऐसे रसायन पाए गए हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन मसालों में निम्नलिखित शामिल हैं:

गर्म मसाले: इनमें एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम और इमिडाक्लोप्रिड जैसे रसायन पाए गए हैं।
सब्जी और चना मसाले: इनमें ट्राइसाइक्लाजोल और प्रोफेनोफोस जैसे रसायन पाए गए हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हैं।
रायते के मसाले: इन मसालों में एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम, इथियन और एज़ोक्सीस्ट्रोबिन जैसे रसायन पाए गए हैं।
हल्दी: इसमें लेड क्रोमेट और मर्करी जैसी हानिकारक धातुएं पाई गई हैं, जो लिवर और किडनी को प्रभावित कर सकती हैं।

स्वास्थ्य पर प्रभाव:

दरअसल ये रसायन बेहद खतरनाक हो सकते हैं। इनके लंबे समय तक सेवन से मस्तिष्क, लीवर और महिला प्रजनन अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, थियामेथोक्साम लिवर कैंसर के खतरे को तेजी से बढ़ा सकता है। जबकि एसिटामिप्रिड और इमिडाक्लोप्रिड जैसे रसायनों का उच्च मात्रा में सेवन नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

इसीलिए स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए, बेहतर होगा कि आप अपने खाने में उपयोग होने वाले मसालों की गुणवत्ता पर ध्यान दें और प्रमाणित ऑर्गेनिक मसालों का उपयोग करें। इससे आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और कैंसर जैसे गंभीर रोगों के खतरे से बच सकते हैं।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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