कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, जल्द बढ़ सकती है पेंशन की रकम, जानें नई अपडेट

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पेंशनरों के लिए खुशखबरी है, जल्द पेंशन (Pension) की राशि में बढ़ोतरी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र की मोदी सरकार एम्‍प्‍लॉई प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) के पीएफ खाताधारकों की न्यूनतम पेंशन की राशि 3000 तक बढ़ा सकती है। इस संबंध में ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की जल्द बैठक हो सकती है, जिसमें इस पर सहमति बन सकती है।अगर ऐसे हुआ तो पेंशन में ना सिर्फ अच्छी बढ़ोतरी होगी बल्कि आगामी साल से पहले पेंशनरों के लिए बड़ी राहत साबित भी होगी।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 31 प्रतिशत महंगाई भत्ते और राहत के बाद केंद्र सरकार (Modi Government) अब एम्‍प्‍लॉई प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) के खाताधारकों को खुशखबरी देने की तैयारी कर रही है।  केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने न्यूनतम पेंशन (Minimum Pension) को बढ़ाकर 6,000 रुपये करने की मांग की है, ऐसे में माना जा रहा है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT Meeting ) 3,000 रुपये तक बढ़ा सकती है और जल्द ही इस मांग को पूरा किया जा सकता है। फिलहाल इस पर विचार चल रहा है। वैसे इस संबंध में 16 नवंबर 2021 को बैठक होनी थी, जिसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।माना जा रहा है कि जल्द ही बैठक की तारीख का ऐलान किया गया है।

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इसके साथ ही 2021-22 के लिए पेंशन फंड की ब्याज दर पर भी फैसला हो सकता है।माना जा रहा है कि ईपीएफ में जमा रकम पर 8.5 फीसदी की मौजूदा ब्याज दर जारी रह सकता है। मौजूदा ब्याज दर में कोई बदलाव होने की संभावना कम है।इससे पहले CBT की आखिरी बैठक मार्च में श्रीनगर में हुई थी, जिसमें सीबीटी ने 2020-21 के लिए सदस्यों के खातों में PF जमा राशि पर 8.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर देने की सिफारिश की थी,जिसे हाल ही में वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने मंजूरी दी है और इसका लाभ 6.5 करोड़ खाताधारकों को मिलना शुरु हो गया है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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