हिमाचल के CM सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि कंप्यूटर शिक्षकों की तर्ज पर अब 2555 एसएमसी शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि की जाएगी। उनके मानदेय को दो हजार रुपए से बढ़ाया गया है। इससे पहले बजट में उनके लिए 500 रुपए की वृद्धि की गई थी। हालांकि एसएनसी शिक्षक मानदेय में 500 रुपए की वृद्धि से नाराज थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा इन शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई थी। उनके मानदेय में 500 रूपए से बढ़ाया गया था लेकिन आज विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान उनके मानदेय को और 1500 रुपए से बढ़ाकर इसे 2000 रुपए किया गया है। प्रदेश के स्कूल में पिछले 12 साल से सेवा दे रहे एसएससी शिक्षक सरकार से बजट में वृद्धि की मांग कर रहे थे।
शिक्षकों में रोष
वही अतिथि शिक्षकों का कहना है कि पिछले 12 साल से वह दुर्गम क्षेत्र में जहां पर शिक्षक जाने के लिए तैयार नहीं है, शिक्षक स्कूली बच्चों को कठिन परिस्थितियों में पढ़ा रहे हैं। उनके लिए स्थाई पॉलिसी की मांग पूर्व की सरकार से की गई थी लेकिन आज तक उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया है। सुक्खू सरकार द्वारा उनके वेतन को पहले 500 रूपए से बढ़ाया गया था। हालांकि शिक्षक संघ से नाराज थे जिसके बाद उनके वेतन में 1500 रूपए की वृद्धि और की गई है। अब उनके मानदेय को बढ़ाकर 2000 रुपए किया गया है।
इससे पहले हिमाचल सरकार द्वारा अन्य कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि की गई थी। कर्मचारियों की न्यूनतम मानदेय 11250 रूपए फिक्स किया गया था जबकि दिहाड़ी में 25 की बढ़ोतरी से 375 रूपए किया गया था। आईटी शिक्षकों के वेतन में 2000 रुपए की वृद्धि की गई थी। नगर निगम के महापौर को 20,000 रूपए और उप-महापौर को 15000 रुपए मानदेय दिया जाएगा। उनके मानदेय में ₹5000 रूपए की वृद्धि की गई है।
प्रधान पंचायत को 6000 मानदेय उपलब्ध कराए जाएंगे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 500 रुपए की बढ़ोतरी के साथ ही उन्हें 9500 रूपए प्राप्त होंगे जबकि मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ₹6600 रूपए सहायता और आशा वर्कर को 5200 रुपए मानदेय के रूप में उपलब्ध होंगे।