इन कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, डीए के 50 फीसदी होते ही बढ़े ये सभी भत्ते, बढ़ेगी सैलरी, जानें अब खाते में कितनी बढ़कर मिलेगी राशि?

महंगाई भत्ता 50 फीसदी होने पर सीआरपीएफ में चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस , रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस/अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र भत्ता, फील्ड एरिया में काउंटर इंसर्जेंसी ऑप्स भत्ता और कोबरा अलाउंस की मौजूदा दरों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।

Pooja Khodani
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CRPF ITBP Employees DA/Allowance 2024 : केन्द्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में वृद्धि करने के बाद केन्द्रीय कर्मचारियों पेंशनरों का डीए डीआर 50 फीसदी पहुंच गया है, वही केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के कर्मचारियों का भी डीए 50 फीसदी हो गया है, अब इसी वृद्धि के आधार पर ‘सीआरपीएफ’ और ‘आईटीबीपी’ ने अपने जवानों-कर्मियों के भत्तों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की है।इसमें चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस, होस्टल सब्सिडी, ड्रैस अलाउंस, बाल कटाई एवं साबुन भत्ता, डिटेचमेंट अलाउंस, टफ लोकेशन अलाउंस, कैश हैंडलिंग अलाउंस, नर्सिंग भत्ता, वार्षिक भत्ता, फ्लाइंग अलाउंस और डेपुटेशन भत्ता आदि शामिल है, जो 1 अप्रैल 2024 से लागू होंगे।

CRPF ने बढ़ाए ये भत्ते

  • चिल्ड्रेन एजुकेशन अलाउंस में 25 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद यह भत्ता 2812.50 रुपए प्रति माह मिलेगा।
  • दिव्यांग चाइल्ड के अब 2650 रुपए प्रति माह मिलेंगे।
  • हॉस्टल सब्सिडी के लिए अब 8437.50 रुपए प्रति माह ।
  • राजपत्रित अधिकारी को ड्रेस अलाउंस के लिए 25000 रुपए सालाना ।
  • गैर राजपत्रित अधिकारियों को ड्रेस अलाउंस 12500 रुपए प्रति वर्ष ।
  • नर्सिंग पर्सनल को ड्रेस अलाउंस के लिए 2250 रुपए प्रति माह ।
  • नर्सिंग अलाउंस के लिए अब 9000 रुपए प्रति माह ।
  • बाल कटाई भत्ता अब 56.25 रुपए प्रति माह ।
  • साबुन भत्ता अब 56.25 रुपए प्रति माह
  • पीजी अलाउंस अब 2812.50 रुपए और 1687.50 रुपए प्रति माह ।
  • वार्षिक भत्ता अब 2812.50 रुपए और 1687.50 रुपए प्रति माह ।
  • कैश हैंडलिंग अलाउंस अब 5 लाख रुपए तक 875 रुपए और 5 लाख रुपए से ज्यादा होने पर 1250 रुपए ।
  • प्रतिनियुक्ति अलाउंस अब 5625 रुपये (उसी स्टेशन पर) हो गया है। पहले बाहरी स्टेशन के लिए 9000 रुपये मिलते थे, अब वह राशि 11250 रुपये हो गई है।

ITBP के भत्तों में ये हुई बढ़ोतरी


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)