Gita Updesh: भगवान श्री कृष्ण के अनुसार ताकत के बल जीना कर दीजिए शुरू, मिल जाएगा बेहतर साथी

Sanjucta Pandit
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Gita Updesh : बचपन से ही हमें श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ पढ़ाया जाता है, ताकि हमें द्वापर युग में हुए महाभारत के बारे में जानकारी मिल सके। दरअसल, यह भगवान श्री कृष्णा और अर्जुन के बीच हुए संवाद का विस्तृत वर्णन है। इसमें अर्जुन को उनके कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया था। युद्ध के समय कुरुक्षेत्र की रणभूमि में अर्जुन ने भगवान श्री कृष्ण से अपने नैतिक संदहों को व्यक्त किया था। साथ ही युद्ध को न करने की इच्छा जताई थी। इसके बाद माधव ने अपने विश्व रूप को दिखाते हुए जीवन के रहस्य को बताया था। बता दें कि महाभारत दो परिवारों के बीच हुआ युद्ध है। इसमें कौरवों पर पांडवों को जीत मिली थी। यह धर्म और न्याय की लड़ाई थी। इस ग्रंथ में कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक है, जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया था। हालांकि, अब इसे बहुत सी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। इस ग्रंथ में कर्म योग, धर्म योग और ज्ञान योग के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो भी गीता में दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में अपनाते हैं। वह मोक्ष की प्राप्ति के रास्ते में आगे बढ़ता चला जाता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपके माधव द्वारा बताए गए बहुत सी ऐसी बातों को बताएंगे। जिन्हें आप अपने जीवन में उतार सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…

Gita Updesh: भगवान श्री कृष्ण के अनुसार ताकत के बल जीना कर दीजिए शुरू, मिल जाएगा बेहतर साथी

पढ़ें Gita Updesh

  • गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने यह बताया है कि किसी भी मनुष्य को एक बात अवश्य याद रखना चाहिए कि सहारा इंसान अंदर से खोखला कर देता है। साथ ही उम्मीदों को तोड़ कर रख देता है। इसलिए किसी भी मनुष्य को अकेले जीना सीख लेना चाहिए, क्योंकि ताकत के बल पर जीने वाले लोगों का खुद से अच्छा साथी और अच्छा हमदर्द मिल जाता है।
  • गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्णा में बताया है कि इंसान में दो लोगों का जीवन में होना बहुत आवश्यक है एक कृष्ण जैसा सारथी जो बिना लड़े भी आपकी जीत पक्की करवा दे। दूसरा दुर्योधन जैसा मित्र जो हर सामने हो फिर भी आपका साथ ना छोड़ें।
  • भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, जरूरत से ज्यादा देने वाला इंसान हमेशा से ठगा गया है फिर चाहे वह प्रेम हो या फिर विश्वास। उन्हें अवश्य धोखा मिला है, इसलिए किसी को भी जरूरत से ज्यादा नहीं देना चाहिए।
  • गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने बताया है कि इज्जत के लिए कभी भी प्यार को नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि प्यार इज्जत से बहुत बड़ा होता है और आज के जमाने में प्यार मिलना भगवान से मिलने के बराबर होता है। अगर आप अपने प्यार को कुछ देना चाहते हैं तो उसे वक्त दीजिए, क्योंकि जब आप किसी को अपना वक्त देते हैं, तो वह उसे अपनी जिंदगी का वह पल देते हैं जो कभी लौटकर नहीं आता।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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