भारत के इस राज्य में स्थित है “मूर्तियों का शहर”, लगभग 500 साल पुराना है इसका इतिहास

आज हम आपको उस शहर के बारे में बताएंगे जो मूर्तियों का शहर कहलाता है। यह शहर बहुत सारी चीजों के लिए जाना जाता है, जिसका इतिहास लगभग 500 साल पुराना है।

Sanjucta Pandit
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City Of Statues In India : इस अत्यधिक टेक्नोलॉजी की दुनिया में आए दिन आप ऐसी हैरतअंगेज घटना सुन होंगे, जो अपने आप में काफी ज्यादा अनोखा होता है। इसे सुनकर लोग आश्चर्य में पड़ जाते हैं कि क्या ऐसा भी संभव है। हां, अगर ऐसी चीज घटित हो रही है, यानी कि यह संभव है। वहीं, भारत की बात कर तो यहां एक-से-बढ़कर-एक चीजें पर्यटकों के एक्सप्लोर करने के लायक है। एक-से-बढ़कर-एक व्यंजन वर्ल्ड फेमस है। कुछ ऐसी खास चीज हैं जो केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया भर में जाना जाता है। आजकल के युवा वर्ग इस बात को लेकर क्यूरोस रहते हैं कि कुछ नई जानकारी उन्हें हासिल हो। इसके लिए गूगल और अन्य साइट का इस्तेमाल करते हैं, जहां उन्हें तरह-तरह की इनफॉरमेशन मिलते हैं। ऐसे में आज हम आपको भारत के उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे मूर्तियों का शहर कहा जाता है। वैसे तो भारत का हर एक शहर अलग-अलग चीजों के लिए मशहूर है। यहां की संस्कृति उस जगह को और ज्यादा खास बना देती है। ऐसे में आज हम आपको उस शहर के बारे में बताएंगे जो मूर्तियों का शहर कहलाता है। दरअसल, यह राज्य कोई और नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल में स्थित हावड़ा है। यह शहर बहुत सारी चीजों के लिए जाना जाता है।

भारत के इस राज्य में स्थित है "मूर्तियों का शहर", लगभग 500 साल पुराना है इसका इतिहास

सबसे ज्यादा बनाई जाती है मूर्तियां

यहां मूर्तिकारों की संख्या काफी अधिक है। यहां पर सबसे ज्यादा मूर्तियों का निर्माण मूर्तिकारों के द्वारा किया जाता है। यहां हर त्योहार पर छोटे से लेकर बड़े आकार के मूर्ति तैयार किए जाते हैं। साथ ही उनकी रंगाई भी की जाती है। इन्हें तैयार करने के बाद इसे दूसरे बड़े-बड़े शहरों और राज्यों में बेचने के लिए भेजा जाता है। केवल इतना ही नहीं, यहां के मुर्तिकारों को लोग बाहर राज्यों में भी बुलाते हैं। यह रोजी-रोटी का बहुत अच्छा साधन है। इसलिए भारत का यह शहर मूर्तियों के लिए जाना जाता है।

500 साल पुराना इतिहास

इस शहर का इतिहास लगभग 500 साल पुराना बताया जाता है। बता दें कि हावड़ा शहर हुगली नदी के किनारे बसा हुआ है। वहीं, हावड़ा ब्रिज पार करते ही आप कोलकाता शहर में चले जाएंगे जो कि हावड़ा के बाद मूर्ति बनाने वाले शहरों में दूसरा सबसे बड़ा नाम है। यहां आज भी अंग्रेजों के जमाने के घर बने हुए हैं। इस शहर के बारे में तो हर कोई जानता है। केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के पर्यटक यहां घूमने आते हैं। यहां स्थित विक्टोरिया मेमोरियल, कालीघाट, खिदिरपुर बंदरगाह, ईडन गार्डन स्टेडियम, साइंस सिटी, ईको पार्क, सहित अन्य बहुत सी जगहों को एक्सप्लोर करते हैं। यहां का बड़ा बाजार भी काफी ज्यादा फेमस है, जहां बहुत ही कम दामों में सामान मिल जाता है। यहां देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन भी है, जहां 8 नहीं, 10 नहीं बल्कि 25 से अधिक रेलवे ट्रैक है। सुबह 4 बजे से ही यहां की लोकल ट्रेने लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम शुरू कर देती है। यहां आज भी लोग लगभग 20 से 50 रुपये में भर पेट खाना खा सकते हैं।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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