EPFO : कर्मचारियों-खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, मिलेगा 50 हजार तक बोनस! बस करना होगा ये काम, जानें डिटेल्स

कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund Organisation) द्वारा पीएफ खाताधारकों को कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। इसमें रिटायरमेंट बोनस भी शामिल होता है। इसका लाभ लेने के लिए आपको सेवानिवृत्ति के समय 50 हजार रुपये अतिरिक्त बोनस के रूप में मिलेगा।

Pooja Khodani
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EPFO Clam : ईपीएफओ कर्मचारियों खाताधारकों के लिए अच्छी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन आपको 50 हजार बोनस पाने का मौका दे रहा है, इसके लिए उसे कुछ शर्तों का पालन करना होगा। इसका सीधा मतलब है कि जो योग्य है, उसे 50 हजार रुपये का लाभ मिलेगा। सबसे अहम बात ये है कि जब भी आप जॉब बदलें तो अपना पीएफ निकाले नहीं,एक ही पीएफ अकाउंट डिटेल्स ही दें। बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ भारत में कर्मचारियों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

किस तरह मिलता है 50 हजार तक बोनस

  • दरअसल, ईपीएफओ लॉयल्टी-कम-लाइफ बेनेफिट के तहत खाताधारकों को बोनस मिलता है। इसका लाभ उन सब्सक्राइबर्स को मिलता है, जो कम से कम 20 साल तक पीएफ अकाउंट में योगदान दे रहें हैं।
  • इसके तहत जिनकी बेसिक सैलरी पांच हजार रुपये तक है, उन्हें रिटायरमेंट पर 30 हजार , 10 हजार रुपये तक बेसिक वेतन वाले कर्मचारियों को 40 हजार रुपये और जिन लोगों की बेसिक सैलरी दस हजार से अधिक है, उन्हें पचास हजार रुपये का बोनस दिया जाता है।
  • सभी पीएफ खाताधारकों को सलाह दी जाती है कि वे अगर नौकरी बदल रहे है तो भी उन्हें उसी ईपीएफ खाते में योगदान को जारी रखना होगा, इससे उन्हें लगातार 20 वर्षों तक एक ही खाते में योगदान करने के बाद लॉयल्टी-कम-लाइफ बेनिफिट्स लाभ प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
  • अगर कोई पीएफ खाताधारक 20 साल पूरा करने से पहले विकलांग हो जाता है, तब इस स्थिति में EPFO की ओर से लॉयल्टी-कम-लाइफ बेनेफिट का लाभ दिया जाता है। इस मामले में बोनस का लाभ बेसिक सैलरी के आधार पर तय किया जाता है।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)