कुछ समय पहले डोनाल्ड ट्रंप की ओर से किए गए एक ट्वीट ने सभी BRICS देशों में खलबली मचा दी थी। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर 100% टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी थी। वहीं अब इस टैरिफ बढ़ाने वाली धमकी के बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान आया है। दरअसल एस जयशंकर ने कहा है कि मुझे स्पष्ट रूप से यह नहीं पता कि ट्रिगर किस चीज के लिए था, लेकिन मैंने हमेशा यहीं कहा है कि भारत कभी भी डी-डॉलराइजेशन में शामिल नहीं है।
दरअसल डोनाल्ड ट्रंप की 100% टैरिफ बढ़ाने वाली धमकी BRICS करेंसी लाने के प्रस्ताव को लेकर दी गई थी। रिपोर्ट्स में सामने आया था कि BRICS देश BRICS करेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं। इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने यह धमकी दी थी कि डॉलर को अगर रिप्लेस किया जाएगा तो 100% टैरिफ झेलना पड़ेगा।
क्या बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर?
दरअसल BRICS में कुल 9 देश शामिल है। इसमें भारत, चीन, रूस समेत बड़े देश शामिल है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी ने बड़ी चर्चा छेड़ दी थी। वहीं अब इस मामले पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर के दोहा फोरम में एक पैनल डिस्कशन में बड़ा बयान दिया है। दरअसल उन्होंने कहा कि “मुझे स्पष्ट रूप से यह नहीं पता कि ट्रिगर किस चीज को लेकर किया गया था, लेकिन मैंने हमेशा से कहा है कि भारत कभी भी डी-डॉलराइजेशन में शामिल नहीं रहा है। फिलहाल, BRICS करेंसी बनाने का ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।” इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि ब्रिक्स में शामिल सभी देशों की अपनी-अपनी राय हो सकती है।
जानिए डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?
डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ समय पहले अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्टर जारी की थी। इस पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा था कि अगर BRICS करेंसी को लाने का विचार किया गया या डॉलर को रिप्लेस का प्रयास किया गया तो BRICS देशों को 100% टैरिफ भुगतना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि ब्रिक्स देशों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाए जिसके चलते डॉलर को कमजोरी झेलना पड़े या उसे रिप्लेस किया जाए। वहीं इस धमकी के बाद भारत की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं दिया गया था। वहीं अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे लेकर यह बात कही है।