IRCTC : रात में अकेली ट्रेन में कर रहीं हैं सफर, रेलवे की ये सुविधा बनेगी हमसफर

Atul Saxena
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बिलासपुर, डेस्क रिपोर्ट। रात के समय ट्रेन (IRCTC) में अकेले यात्रा करने से अक्सर महिलाएं घबराती हैं, उनके परिजन सुरक्षा कारणों के चलते ऐसा करने से रोकते हैं लेकिन अब किसी भी महिला यात्री को घबराने की जरूरत नहीं है। रेलवे (Indian Railway) ने अब रात के समय रेल में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में महिला सदस्य और अधिकारियों की गश्त की सुविधा शुरू की है। किसी भी तरह की समस्या होने पर महिला यात्री RPF की महिला अधिकारी से बात कर सकती हैं।

रात के समय ट्रेन में  RPF में महिला सदस्यों की गश्त की शुरुआत बिलासपुर रेल मंडल ने अभी दो ट्रेन में शुरू की है। अभी ये सुविधा अमरकंटक एक्सप्रेस और सारनाथ एक्सप्रेस में शुरू की गई है। रेलवे सुरक्षा बल में महिला स्टाफ की संख्या बढ़ने पर अन्य ट्रेन में भी रात के समय व्यवस्था (स्कार्टिंग) लागू की जाएगी।

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अक्सर देखा गया है कि रात के समय अकेले सफर करने वाली महिला यात्री समस्या होने पर RPF के पुरुष बल को कुछ भी बताने में हिचकिचाती हैं, इसलिए बिलासपुर रेल मंडल ने महिला सुरक्षा और महिलाओं की मदद के मकसद से रात महिला स्टाफ की रात की गश्त शुरू की है।

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इस व्यवस्था के तहत अभी RPF का महिला स्टाफ दुर्ग भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस में रात 9 बजे स्कार्टिंग करते हुए अनूपपुर तक जाता है और वहां से दुर्ग छपरा सारनाथ एक्सप्रेस में स्कार्टिंग करते हुए बिलासपुर स्टेशन वापस आता है। बिलासपुर रेल मंडल ट्रेन में महिला बल के अलावा RPF पोस्ट में भी महिलाओं की ड्यूटी लगा रहा है। जिससे किसी भी तरह की परेशानी होने पर महिला यात्री की हरसंभव मदद की जा सके।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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