PM Modi के “रेवड़ी कल्चर” पर केजरीवाल का पलटवार, बोले – ये पुण्य का काम

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) द्वारा “रेवड़ी कल्चर” (Rewari culture) पर किये गए तीखे प्रहार के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाना, लोगों को फ़्री में अच्छा इलाज देना, जनता के पैसे से जनता को सुविधाएँ देना फ़्री की रेवड़ियाँ नहीं होती, इसे पुण्य का काम कहते हैं।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को उत्तर प्रदेश के जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Expressway) का उद्घाटन करते हुए किसी भी राजनीतिक दल अथवा नेता का नाम लिए बगैर कहा था कि “रेवड़ी कल्चर” (जनता को मुफ्त में सुविधा देने वाली राजनीति) को देश के विकास के लिए घातक बताया था। पीएम ने अपने भाषण में कहा था कि हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है। ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है। इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है।

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पीएम मोदी ने आगे कहा कि रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे। रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे। हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है। डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का शॉर्टकट नहीं अपना रही, बल्कि मेहनत करके राज्य के भविष्य को बेहतर बनाने में जुटी है।

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हालाँकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी दल या नेता का नाम नहीं लिया फिर भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसपर पलटवार किया। उन्होंने ट्विटर पर आकर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ़्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ़्त इलाज करवाना – इसे मुफ़्त की रेवड़ी बाँटना नहीं कहते। हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं। ये काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था।

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उन्होंने कहा कि एक बच्चा है गगन, जिसके पिता जी मज़दूरी करते थे। गगन दिल्ली सरकार के स्कूल में पढ़ा, आज गगन का एडमिशन IIT-धनबाद में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में हुआ है। गगन से पूछिए कि मैं फ़्री की रेवड़ियां बांट रहा हूँ या देश का भविष्य संवार रहा हूँ। हम दिल्ली में महिलाओं को बस में फ़्री यात्रा की सुविधा दे रहे हैं। इस पर जो लोग मुझे गालियां दे रहे हैं उन्होंने जनता के पैसे से हज़ारों करोड़ रूपये ख़र्च कर अपने लिए प्राइवेट प्लेन खरीदे हैं।

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केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली एकमात्र शहर है जहां 2 करोड़ लोगों का इलाज बिल्कुल मुफ़्त होता है। “फ़रिश्ते स्कीम” में हम 13,000 से ज़्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं। उन लोगों के परिवारों से पूछिए कि केजरीवाल फ़्री की रेवड़ियां बांट रहा है या पुण्य का काम कर रहा है? बच्चों का भविष्य बनाना, लोगों को फ़्री में अच्छा इलाज देना, जनता के पैसे से जनता को सुविधाएँ देना फ़्री की रेवड़ियाँ नहीं होती।

उन्होंने कहा,  मैं बताता हूँ आपको कि फ़्री की रेवड़ियाँ क्या होती हैं- आज देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। ईमानदार राजनीति और भ्रष्टाचार की राजनीति। ईमानदार राजनीति, दिल्ली में हम ईमानदारी से काम करके पैसा बचा-बचा कर लोगों को सुविधाएँ देते हैं। भ्रष्टाचार की राजनीति , ऐसे लोग अपने दोस्तों के हज़ारों करोड़ के लोन माफ़ कराते हैं, ठेके दिलाते हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि मेरे जीवन का एक ही मक़सद- मैं भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाना चाहता हूँ। हम एक दिन देश के एक-एक बच्चे को मुफ़्त में अच्छी शिक्षा देंगे, इसी से एक मज़बूत देश की नींव रखी जाएगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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