Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने PM Modi को बताया राहुल गांधी ने कितनी बार लिया अडानी-अंबानी का नाम, प्रियंका बोलीं- घबराहट हो रही है तो सफाई दे रहे हैं

राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने X पर वीडियो मैसेज जारी कर कहा मोदी जी 3 अप्रैल से अब तक राहुल गांधी जी 103 बार अडानी और 30 बार अंबानी का नाम ले चुके हैं, आप तीन चरणों के बाद इतने हताश हो गए हैं कि इन लोगों के खिलाफ हो गए हैं, अरे जब आप अपने लोगों के ही नहीं हुए तो हमारे और देश के क्या होंगे?

Atul Saxena
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PM Modi Rahul Gandhi

Lok Sabha Election 2024: तेलंगाना में PM Modi द्वारा राहुल गांधी पर किये गए हमले का कांग्रेस ने जवाब दिया है, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से लेकर पार्टी के बड़े नेताओं ने पीएम मोदी को जवाब दिया और कहा कि तीन चरणों के मतदान को देखकर वो बौखला गए हैं, कांग्रेस नेताओं ने  पलटवार करते हुए ये भी बताया है कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने कितनी बार अडानी और कितनी बार अंबानी का नाम ले चुके हैं, प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब घबराहट हो रही है तो सफाई दे रहे हैं।

मोदी ने राहुल गांधी से पूछा- अडानी, अंबानी से कितना पैसा लिया देश को बताएं 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तेलंगाना के करीमनगर की रैली में राहुल गांधी की निशाने पर लिया , उन्होंने कहा- आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे, जबसे उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया तब से उन्होंने एक नई माला जपना शुरू किया, पांच साल से एक ही माला जप रहे थे..पांच उद्योगपति… पांच उद्योगपति… फिर धीरे धीरे अंबानी अडानी कहने लगे, लेकिन जबसे चुनाव घोषित हुआ है इन्होंने अंबानी अडानी को गाली देना बंद कर दिया, मैं शहजादे से पूछना चाहता हूँ वे घोषित करें ये अंबानी अडानी से कितना माल उठाया है? काले धन के कितने बोरे भरकर रुपये मारे हैं, क्या टेम्पो भरकर नोटें कांग्रेस के लिए पहुंची है? क्या सौदा हुआ है जो आपने रातो रात अंबानी अडानी को गाली देना बंद कर दिया, पीएम ने कहा कि जरुर दाल में कुछ काला है, कोई न कोई चोरी का माल आपने पाया है, ये जवाब तो देश के सामने आपको देना पड़ेगा।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....