Monkeypox : स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जारी की गाइडलाइन

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। तेजी से फ़ैल रहे मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस के मामलों को लेकर सतर्क केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज मंगलवार को राज्यों के लिए गाइडलाइन (Monkeypox Guidelines) जारी की है।  गाइडलाइन के मुताबिक मंकीपॉक्स के मरीज की निगरानी 21 दिन की जाएगी। संक्रमित व्यक्ति का सेम्पल पुणे लैब भेजा जायेगा।

हालाँकि भारत में अभी मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन सरकार अभी से सतर्कता बरत रही है जिससे यदि कोई संक्रमित मरीज पता चलता है तो उसे तुरंत निगरानी में लेकर उसका इलाज किया जा सके। गाइडलाइन के अनुसार 21 दिन की शुरुआत उस दिन से मानी जाएगी जिस दिन मरीज किसी दूसरे मरीज या उसकी किसी वस्तु से संपर्क में आया होगा।

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गाइडलाइन में कहा गया है कि यदि कोई संक्रमित मरीज भारत में कहीं भी मिलता है तो उसका सेम्पल जाँच के लिए पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में भेजा जायेगा। इससे पहले ICMR भी कह चुका है कि भारत मंकीपॉक्स  जैसे किसी भी खतरे से निपटने की क्षमता रखता है।

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आपको बता दें कि अब तक दुनिया के 24 देशों में मंकीपॉक्स फ़ैल चुका है। इसके सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहे हैं।  अब तक सामने आए मंकीपॉक्स के मामलों की संख्या 400 तक पहुँच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आने वाले समय में संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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