नैनीताल या मसूरी नहीं उत्तराखंड के इस Hill Station की करें सैर, घूमें ये 5 खूबसूरत स्थान

उत्तराखंड भारत का एक ऐसा खूबसूरत इलाका है, जो अपने अंदर असीम प्राकृतिक सुंदरता को समेटे हुए है। अपने यहां के नैनीताल मसूरी के बारे में तो सुना होगा। लेकिन आज हम आपको एक नई और खूबसूरत जगह के बारे में बताते हैं।

Diksha Bhanupriy
Published on -
Hill Station

Hill Station: उत्तराखंड में बसे हुए नैनीताल और मसूरी बहुत ही शानदार स्थान हैं, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता की वजह से पहचाने जाते हैं। अपने बेहतरीन नजरों से दिल जीत लेने वाली यह जगह लोगों के बीच हिल स्टेशन के रूप में प्रसिद्ध है। भारी गर्मी में जब यहां पर पर्यटक पहुंचते हैं तो उन्हें लगता है कि मानो गर्मी का मौसम है ही नहीं। नैनीताल और मसूरी के बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं, जहां की प्राकृतिक सुंदरता आपको दीवाना बना देगी।

धारचूला

पिथौरागढ़ जिले में एक छोटा सा शहर मौजूद है जो धारचूला के नाम से पहचाना जाता है। अगर आपको एक दिन की ट्रिप पर कहीं जाना है तो यहां पर कई सारे पर्यटन स्थल हैं, जो आपका इंतजार कर रहे हैं। चलिए आपको यहां पर खूबसूरत स्थान के बारे में बताते हैं।

जौलजीबी

धारचूला से 23 किलोमीटर की दूरी पर एक खूबसूरत जगह मौजूद है। यह जगह दो नदियों से घिरी हुई है। जिनका नाम गौरी और काली नदी है। यह इन दोनों की नदियों का संगम स्थान है और यहां का नजारा देखने में बहुत ही सुंदर लगता है।

 काली नदी

यहां पर जो काली नदी आ रही है वह उत्तराखंड को नेपाल से अलग करने का काम करती है। इस स्थान को देवी काली के नाम पर पहचान मिली है। यह सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले पर्यटक स्थलों में से एक है।

ओम पर्वत

अगर आपने कभी छोटा कैलाश या आदि कैलाश का नाम सुना हो तो यह वही जगह है जो ओम पर्वत पर मौजूद है। यह हिंदुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यह जगह तिब्बत में मौजूद कैलाश पर्वत से काफी मिली जुली दिखाई देती है।

अस्कोट सेंचुरी

अगर आप वन्यजीवों से प्रेम करते हैं और वनस्पति विज्ञान के बारे में जानना चाहते हैं तो यह जगह आपके लिए स्वर्ग साबित होगी। अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य में आपको वनस्पतियों और जीवन की एक श्रृंखला देखने को मिलेगी।

नारायण आश्रम

यहां पर एक खूबसूरत सा आश्रम भी मौजूद है। यह जगह शहर के लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है और इसकी स्थापना 1936 में नारायण स्वामी ने की थी। अगर आप आध्यात्मिक अनुभव करना चाहते हैं तो आपके यहां जरूर जाना चाहिए।


About Author
Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

Other Latest News