नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में एक बार फिर चूक हुई है। बता दें कि, अमित शाह हैदराबाद दौरे पर हैं। जहां उनके काफिले के आगे TRS के एक नेता ने अपनी कार को आगे लगा दिया। जिसके बाद गृह मंत्री के काफिला वहीं रुक गया। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने इसे तुरंत हटवा दिया। लेकिन इसे बड़ी लापवाही बताई जा रही है।
दरअसल, यह TRS के नेता कोई और नहीं बल्कि गोसुला श्रीनिवास हैं। इस घटना के बाद नेता ने कहा कि, उनकी कार काफिले के आगे अचानक आकर रुक गई। जोकि महज एक गलती थी। लेकिन गृह मंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने कार के साथ तोड़फोड़ की। जिसके लिए वो कार्रवाई की मांग करेंगे।
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बता दें कि, इन दिनों अमित शाह हैदराबाद दौरे पर है। जहां वह मुक्ति दिवस में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने गए हैं। वहां वो सबसे पहले उन्होंने सिकंदराबाद आर्मी मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने टीआरएस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था कि, भारत को आजादी साल 1947 में ही मिल गई थी। लेकिन अफसोस हैदराबाद आज भी निजामों के कब्जे से मुक्त नहीं हो पाया है। जिसके बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई थी।
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अमित शाह के यह पहला मौका नहीं जब उनकी सुरक्षा में चुक हुई हो। इससे पहले वो 4 और 5 सितंबर को महाराष्ट्र दौरे पर थे। जहां उनकी सुरक्षा में चुक पाई गई थी। दरअसल वहां उनके काफिले के आसपास एक संदिग्ध व्यक्ति लगभग कई घंटे तक घूम रहा था। जिसपर कुछ बड़े अधिकारियों की नजर पड़ी। तब उन्होंने उसपर नजर रखते हुए शक के आधार पर पुलिस को इसकी जानकारी दी। वहीं पुलिस बल इस बात की भनक लगते ही अलर्ट हो गई। जिसके कड़ी मशक्कत के बाद संदिग्ध को 2 से 3 घंटे के अंदर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद उससे कड़ाई से पुछताछ की गई।
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इससे पहले भी जब अमित शाह साल 2019 में गृह मंत्री बने थे। तब केंद्र की तरफ से Z+ स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स दी गई थी। जिसका नाम जेड प्लस सिक्योरिटी था। जिसके तहत गृहमंत्री के आसपास हमेशा 25 से 30 कमांडो उनकी सुरक्षा में मौजूद रहते हैं। केवल इतना ही नहीं उन्हें Z+ स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स सुरक्षा के साथ ही बैलिस्टिक फील्ड कवर किया गया था, जोकि बुलेट प्रूफ सेंड है। इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद 13 दिन के भीतर दो बार सुरक्षा में चूक पाना प्रशासन की कमी को दर्शाता है।
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