Parliament Monsoon session 2024: कल यानी 22 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। वहीं संसद सत्र की शुरुआत से पहले एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक 22 जुलाई को, सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले होगी। बैठक में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रतिनिधि गौरव गोगोई और प्रमोद तिवारी शामिल होंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सत्र के दौरान चर्चा के मुद्दों और सदन के संचालन को सुचारू रखने के लिए रणनीति तैयार करना है।
वंदे मातरम् और जय हिंद जैसे नारों का उपयोग न करने की सलाह
दरअसल सदन की कार्यवाही को सुचारू रखने के लिए सांसदों को निर्देश दिया गया है कि वे अध्यक्ष के फैसलों की आलोचना न करें और सदन के भीतर या बाहर किसी भी प्रकार का प्रदर्शन करने से बचें। इसके अलावा, वंदे मातरम् और जय हिंद जैसे नारों का उपयोग न करने की सलाह दी गई है, ताकि सदन की कार्यवाही में कोई बाधा न आए।
बजट पेश करने की तारीख:
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को पेश करेंगी। दरअसल यह बजट आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सरकारी नीतियों और आर्थिक लक्ष्यों को परिभाषित करेगा। बजट पेश करने की यह तारीख पहले से ही निर्धारित थी और इसके लिए तैयारी पूर्ण है।
दरअसल राज्यसभा सचिवालय ने 15 जुलाई को एक बुलेटिन जारी किया है, जिसमें सदस्यों से संसदीय नियमों, परंपराओं और शिष्टाचार का पालन करने की अपील की गई है। यह बुलेटिन सत्र की सही तरीके से चलाने के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान करता है।
सर्वेक्षण का महत्व:
वहीं मानसून सत्र के पहले दिन, 22 जुलाई को, आर्थिक सर्वेक्षण संसद में प्रस्तुत किया जाएगा। यह दस्तावेज देश की आर्थिक स्थिति, भविष्य की संभावनाओं और नीतिगत चुनौतियों पर विस्तृत डेटा प्रदान करेगा। आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंथा नागेश्वरन की टीम द्वारा तैयार किया गया है।
जानकारी के अनुसार इस दस्तावेज में रोजगार, जीडीपी, मुद्रास्फीति और अन्य आर्थिक मुद्दों पर विश्लेषण और भविष्यवाणियाँ शामिल होंगी। यह सर्वेक्षण सरकार को आगामी बजट तैयार करने में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा और आर्थिक नीति निर्धारण में सहायक सिद्ध होगा।