नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। Kanpur Violence : पत्थरबाजी की घटनाएं अब भारत में आम लगने लगी है। उपद्रवियों को जब कुछ नहीं सूझता तब वे भीड़ का लाभ उठा कभी आर्मी पर तो कभी पुलिस को अपने पत्थरों का शिकार बनाते हैं। लेकिन अब इनको बचाने वालों की भी खैर नही है। सरकार इन उपद्रवियों के विरुद्ध सख्त कदम उठा चुकी है, जिसमे अब तक की सरकारें नाकाम रहीं है।
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कानपुर हिंसा में पुलिस ने आज 9 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच ये भी खुलासा हुआ कि कानपुर के एक लोकल पेट्रोल पंप से बोतलों में पेट्रोल भरकर बम बनाए गए और उनसे हमला कर सरकारी संपत्तियों, आम नागरिकों और प्रशानिक लोगों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई गई। हयात हाशमी नाम के आरोपी द्वारा यह खतरनाक योजना बनाई गई थी, जिसका खुलासा उसकी वाट्सअप चैट से हो चुका है। कानपुर हिंसा मामले में पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालने के बाद 40 उपद्रवियों की तस्वीरें सार्वजनिक कर दी है। इनकी उम्र 25 साल से कम बताई जा रही है।
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कानपुर हिंसा में यूपी पुलिस अब फुल एक्शन मोड में आ चुकी है। अब तक प्राप्त हुए सबूत ये कहने के लिए पर्याप्त हैं, कि साजिश बहुत गहरी थी। सबूतों में ऐसे वीडियो ही सामने आ रहे हैं, जिसमें उपद्रवी ठेला गाड़ी पर पत्थर इकट्ठा कर हमले की तैयारियों में जुटे हुए हैं। अब पुलिस ऊंची इमारतों की भी तलाशी करने जा रही है, जहां इन उपद्रवियों के छुपने और नई योजना बनाए जाने की आशंका है। चंद्रेश्वर हाता के लोगों का आरोप है कि इस पथराव का मुख्य कारण, चंद्रेश्वर हाता में बसे हिंदू परिवारों को यहां से भगाना हैं।